ETV Bharat / state

चरखी दादरी DITS में लाखों का भ्रष्टाचार, एसडीएम जांच में हुआ खुलासा - Charkhi Dadri News

चरखी दादरी के डीआईटीएस विभाग में 9 लाख रुपये के गबन का मामला सामने आया है. इस मामले में जिला उपायुक्त द्वारा इंक्वायरी ऑफिसर नियुक्त कर दिया गया है. 10 दिन में जांच अधिकारी अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.

Charkhi Dadri DITS Department Scam
Charkhi Dadri DITS Department Scam
author img

By

Published : Mar 4, 2021, 5:32 PM IST

चरखी दादरी: जिला डीआईटीएस विभाग में करीब 9 लाखों का भ्रष्टाचार होने का मामला सामने आया है. डीआईटीएस की एसडीएम द्वारा की गई जांच में ये खुलासा हुआ है. डीआईटीएस द्वारा सरकारी फीस की राशि को इकट्ठा तो कर लिया गया, लेकिन बैंक में जमा नहीं करवाया गया.

अब प्रशासन ने डीआईटीएस के गठन से लेकर अब तक की वित्तीय मामलों की जांच करवाने का निर्णय लिया है और इसके लिए हरियाणा सरकार द्वारा नामित रोहतक पीजीआईएमएस के सेवानिवृत्त निदेशक एवं हरियाणा सरकार के मेडिको लीगल एडवाइजर डॉक्टर डीआर यादव को इंक्वायरी ऑफिसर नियुक्त कर दिया है. जो अपनी जांच रिपोर्ट 10 दिन में डीसी को सौंपेंगे. जिस आधार पर रिकवरी सहित विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

चरखी दादरी DITS में लाखों का भ्रष्टाचार, एसडीएम जांच में हुआ खुलासा

ये है पूरा मामला

बता दें, पिछले दिनों डीसी राजेश जोगपाल को डीआईटीएस विभाग में लाखों रुपये की हेराफेरी करने की शिकायत मिली थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने बाढड़ा एसडीएम शंभू राठी को डीआईटीएस में वित्तीय मुद्दों की जांच का जिम्मा सौंपा था. एसडीएम शंभू राठी ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंपी, जिसमें खुलासा हुआ कि डीआईटीएस विभाग में लगभग 8 लाख 90 हजार रुपये की अनियमितताएं सामने आई हैं.

ये भी पढ़ें- चरखी दादरी: कंज्यूमर कोर्ट को लघु सचिवालय से बाहर शिफ्ट किए जाने पर फूटा वकीलों का गुस्सा, धरना प्रदर्शन शुरू

बताया गया है कि सरल केंद्र सहित विभिन्न सरकारी कार्यों के लिए आने वाली फीस को डीआईटीएस द्वारा एकत्रित किया गया, लेकिन सरकारी खजाने में जमा नहीं करवाया गया. जांच की गई तो डीआईटीएस के रिकॉर्ड में सरकारी फीस की रसीदें भी गायब मिली. शुरुआती जांच में करीब 9 लाख रुपये का गबन सामने आने पर डीसी द्वारा अब तक की आने वाली सरकारी फीस की जांच के लिए रोहतक पीजीआई के रिटायर्ड निदेशक डॉक्टर डीआर यादव को जांच अधिकारी नियुक्त किया है.

ये भी पढे़ं- चरखी दादरी: रोड किनारे दवाई मिलने का मामला, स्वास्थ्य विभाग की 17 टीमें कर रही जांच

चरखी दादरी: जिला डीआईटीएस विभाग में करीब 9 लाखों का भ्रष्टाचार होने का मामला सामने आया है. डीआईटीएस की एसडीएम द्वारा की गई जांच में ये खुलासा हुआ है. डीआईटीएस द्वारा सरकारी फीस की राशि को इकट्ठा तो कर लिया गया, लेकिन बैंक में जमा नहीं करवाया गया.

अब प्रशासन ने डीआईटीएस के गठन से लेकर अब तक की वित्तीय मामलों की जांच करवाने का निर्णय लिया है और इसके लिए हरियाणा सरकार द्वारा नामित रोहतक पीजीआईएमएस के सेवानिवृत्त निदेशक एवं हरियाणा सरकार के मेडिको लीगल एडवाइजर डॉक्टर डीआर यादव को इंक्वायरी ऑफिसर नियुक्त कर दिया है. जो अपनी जांच रिपोर्ट 10 दिन में डीसी को सौंपेंगे. जिस आधार पर रिकवरी सहित विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

चरखी दादरी DITS में लाखों का भ्रष्टाचार, एसडीएम जांच में हुआ खुलासा

ये है पूरा मामला

बता दें, पिछले दिनों डीसी राजेश जोगपाल को डीआईटीएस विभाग में लाखों रुपये की हेराफेरी करने की शिकायत मिली थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने बाढड़ा एसडीएम शंभू राठी को डीआईटीएस में वित्तीय मुद्दों की जांच का जिम्मा सौंपा था. एसडीएम शंभू राठी ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंपी, जिसमें खुलासा हुआ कि डीआईटीएस विभाग में लगभग 8 लाख 90 हजार रुपये की अनियमितताएं सामने आई हैं.

ये भी पढ़ें- चरखी दादरी: कंज्यूमर कोर्ट को लघु सचिवालय से बाहर शिफ्ट किए जाने पर फूटा वकीलों का गुस्सा, धरना प्रदर्शन शुरू

बताया गया है कि सरल केंद्र सहित विभिन्न सरकारी कार्यों के लिए आने वाली फीस को डीआईटीएस द्वारा एकत्रित किया गया, लेकिन सरकारी खजाने में जमा नहीं करवाया गया. जांच की गई तो डीआईटीएस के रिकॉर्ड में सरकारी फीस की रसीदें भी गायब मिली. शुरुआती जांच में करीब 9 लाख रुपये का गबन सामने आने पर डीसी द्वारा अब तक की आने वाली सरकारी फीस की जांच के लिए रोहतक पीजीआई के रिटायर्ड निदेशक डॉक्टर डीआर यादव को जांच अधिकारी नियुक्त किया है.

ये भी पढे़ं- चरखी दादरी: रोड किनारे दवाई मिलने का मामला, स्वास्थ्य विभाग की 17 टीमें कर रही जांच

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.