ETV Bharat / state

अब नहरों में नहीं छोड़ा जाएगा कैमिकलयुक्त पानी, दादरी प्रशासन ने तैयार की विशेष परियोजना

चरखी दादरी में नहरों में कैमिकलयुक्त पानी छोड़ने की समस्या काफी ज्यादा है. जिसपर काबू पाने के लिए दादरी प्रशासन की ओर से मास्टर प्लान तैयार किया गया है.

chemical water will no longer released in canals of charkhi dadri
अब नहरों में नहीं छोड़ा कैमिकलयुक्त पानी
author img

By

Published : Dec 27, 2019, 8:24 PM IST

चरखी दादरी: अब जिले में जलभराव के बाद खेतों से पेस्टीसाइड युक्त जहरीले पानी को नहरों में नहीं छोड़ा जाएगा. इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष परियोजना तैयार की गई है. जिसके तहत ड्रेन का निर्माण कर गंदे पानी को जिले से बाहर किया जाएगा.

जिला प्रशासन का मास्टर प्लान तैयार !

सीवरेज वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के सुधारीकरण का काम जारी
ये जानकारी उपायुक्त धर्मवीर सिंह ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान दी. उन्होंने बताया कि सीवरेज वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के सुधारीकरण के लिए कार्य योजना बना दी गई है. जल्द ही ठोस वैकल्पिक उपाय कर किसानों को जलभराव की समस्या से निजात दिलाई जाएगी. फिलहाल करीब बीस लाख रुपये की लागत से फौरी तौर पर एक छोटी कार्य रूपरेखा बनाई गई है. इसके बाद मुख्य मार्ग के साथ एक ड्रेन बनाकर उसमें पानी छोड़ने की योजना पर विचार चल रहा है.

ये भी पढ़िए: कथित धान घोटाले में दूसरे राउंड की जांच जारी, सीएम और गृहमंत्री के जिले में पाई गई स्टॉक में भारी कमी

उन्होंने बताया कि सीवरेज वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के सुधारीकरण के लिए 28 दिसंबर को सांसद धर्मबीर सिंह के साथ जनस्वास्थ्य एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों की बैठक होनी है. जिसमें विस्तार से इस परियोजना पर चर्चा की जाएगी.

जल्द शुरू की जाएगी विशेष परियोजना
उपायुक्त धर्मवीर सिंह ने कहा कि लघु सचिवालय और न्यायिक परिसर के निर्माण के लिए हुडा की करीब पचास एकड़ जमीन का प्रस्ताव अभी सरकार के पास विचाराधीन है. जिसकी परमिशन मिलने के बाद इस परियोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा. बता दें कि हर साल खेतों में जलभराव होने के बाद किसान कैमिकल युक्त पानी नहरों में छोड़ देते हैं. जिससे नहर का पानी दूषित हो जाता है. इसे रोकने के लिए अब जिला प्रशासन की ओर से जल्द परियोजना की शुरूआत की जा रही है.

चरखी दादरी: अब जिले में जलभराव के बाद खेतों से पेस्टीसाइड युक्त जहरीले पानी को नहरों में नहीं छोड़ा जाएगा. इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष परियोजना तैयार की गई है. जिसके तहत ड्रेन का निर्माण कर गंदे पानी को जिले से बाहर किया जाएगा.

जिला प्रशासन का मास्टर प्लान तैयार !

सीवरेज वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के सुधारीकरण का काम जारी
ये जानकारी उपायुक्त धर्मवीर सिंह ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान दी. उन्होंने बताया कि सीवरेज वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के सुधारीकरण के लिए कार्य योजना बना दी गई है. जल्द ही ठोस वैकल्पिक उपाय कर किसानों को जलभराव की समस्या से निजात दिलाई जाएगी. फिलहाल करीब बीस लाख रुपये की लागत से फौरी तौर पर एक छोटी कार्य रूपरेखा बनाई गई है. इसके बाद मुख्य मार्ग के साथ एक ड्रेन बनाकर उसमें पानी छोड़ने की योजना पर विचार चल रहा है.

ये भी पढ़िए: कथित धान घोटाले में दूसरे राउंड की जांच जारी, सीएम और गृहमंत्री के जिले में पाई गई स्टॉक में भारी कमी

उन्होंने बताया कि सीवरेज वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के सुधारीकरण के लिए 28 दिसंबर को सांसद धर्मबीर सिंह के साथ जनस्वास्थ्य एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों की बैठक होनी है. जिसमें विस्तार से इस परियोजना पर चर्चा की जाएगी.

जल्द शुरू की जाएगी विशेष परियोजना
उपायुक्त धर्मवीर सिंह ने कहा कि लघु सचिवालय और न्यायिक परिसर के निर्माण के लिए हुडा की करीब पचास एकड़ जमीन का प्रस्ताव अभी सरकार के पास विचाराधीन है. जिसकी परमिशन मिलने के बाद इस परियोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा. बता दें कि हर साल खेतों में जलभराव होने के बाद किसान कैमिकल युक्त पानी नहरों में छोड़ देते हैं. जिससे नहर का पानी दूषित हो जाता है. इसे रोकने के लिए अब जिला प्रशासन की ओर से जल्द परियोजना की शुरूआत की जा रही है.

Intro:अब खेतों में जलभराव का पानी नहरों में नहीं छोड़ा जाएगा
: ड्रेन निर्माण कर सुधारेंगे सीवरेज व्यवस्था, बन रही है योजना
: डीसी धर्मवीर सिंह ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी
चरखी दादरी। दादरी जिले के खेतों में जलभराव के बाद पेस्टीसाइड युक्त जहरीले पानी को नहरों में नहीं छोड़ा जाएगा। इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष परियोजना तैयार की गई है। जिसके तहत ड्रेन का निर्माण कर गंदे पानी को दादरी जिले से बाहर किया जाएगा। संबंधित विभाग द्वारा परियोजना तैयार कर सांसद धर्मबीर सिंह को दी गई है। जिस पर मोहर लगते ही जिले में सीवरेज व गंदे पानी की निकासी का प्रर्याप्त प्रबंध होगा।Body:जिला उपायुक्त धर्मवीर सिंह ने शुक्रवार को अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देतेे हुए बताया कि सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के सुधारीकरण के लिए कार्य योजना बना दी गई है। शीघ्र ही ठोस वैकल्पिक उपाय कर किसानों को जलभराव की समस्या से निजात दिलाई जाएगी। फिलहाल करीब बीस लाख रूपए की लागत से फौरी तौर पर एक छोटी कार्य रूपरेखा बनाई गई है। इसके बाद मुख्य मार्ग के साथ एक ड्रेन बनाकर उसमें पानी छोडऩे की योजना पर विचार चल रहा है। सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के सुधारीकरण के लिए शनिवार 28 दिसंबर को सांसद धर्मबीर सिंह के साथ जनस्वास्थ्य एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों की होने वाली बैठक में विस्तार से चर्चा की जाएगी।Conclusion:उपायुक्त धर्मवीर सिंह ने कहा कि लघु सचिवालय व न्यायिक परिसर के निर्माण के लिए हुडा की करीब पचास एकड़ जमीन का प्रस्ताव अभी सरकार के पास विचाराधीन है। जिसकी प्रमिशन मिलने के बाद जिला लायक लघु सचिवालय का तैयार किया जाएगा। वहीं सीसीआई की लगभग दो सौ एकड़ भूमि को भी अधिगृहीत किए जाने के प्रयास राज्य सरकार की ओर से जारी है। उपायुक्त ने एक सवाल के जवाब में बताया कि निजी कोचिंग सैंटरों की संख्या में वृद्घि तथा शिक्षा व्यवस्था में बढ़ते व्यवसायीकरण की रोकथाम के लिए जिला स्तर पर एक कमेटी बनाकर इस विषय में रिपोर्ट ली जाएगी।
विजवल:- 1
डीसी की प्रेस वार्ता के कट शाटस
बाईट:- 2
धर्मवीर सिंह, डीसी दादरी

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.