चरखी दादरी: पीपली में तीन अध्यादेशों के विरोध को लेकर आयोजित की गई किसान रैली को लेकर जहां प्रशासन और पुलिस द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए हैं. वहीं भाकियू जिलाध्यक्ष के घर पर नोटिस चस्पाकर नजरबंद कर दिया गया. पुलिस फोर्स उन पर लगातार निगरानी कर रही है.
इसके विरोध में किसान एकजुट हो गए और पीपली जाने के लिए निकले. पुलिस द्वारा रोकने पर किसानों ने लघु सचिवालय के समक्ष धरना शुरू कर दिया है. विभिन्न किसान संगठनों द्वारा पीपली में किसान बचाओ-मंडी बचाओ रैली का आयोजन करने की घोषणा की गई थी. रैली में किसान संगठनों के नेताओं को जाने से रोकने के लिए देर रात की उनको नोटिस जारी कर दिया गया.
इसके अलावा किसान नेताओं के घर पर नोटिस चस्पाते हुए पुलिस फोर्स के साथ नजरबंद कर दिया. भाकियू जिलाध्यक्ष जगबीर घसोला को उसके दादरी मकान पर नजरबंद किया गया तो किसान भड़क उठे. जिलाध्यक्ष को साथ लेकर पीपली की ओर रवाना हुए तो पुलिस फोर्स ने उनको रोक दिया, जिसके विरोध में किसानों ने एकजुट होते हुए लघु सचिवालय के समक्ष धरना शुरू करते हुए रोष प्रदर्शन किया.
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भाकियू जिलाध्यक्ष जगबीर घसोला ने कहा कि प्रशासन व पुलिस द्वारा उनको आतंकवादियों की तरह नजरबंद किया गया है. हम किसानों की मांगों को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं. बावजूद इसके उनके घर पर ही पुलिस फोर्स तैनात करते हुए पीपली जाने से रोका गया. उन्होंने बताया कि जैसे व अन्य किसानों के साथ घर से निकले से उनको रोक दिया.
अब मांगों को लेकर उनका धरना जारी रहेगा और अंतिम समय तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी. किसान और व्यापारी नेताओं का कहना था कि सरकार द्वारा लाए गए तीन अध्यादेशो के खिलाफ किसान और व्यापारी प्रदेश स्तरीय रैली कर रहे हैं. अब सरकार किसान और व्यापारी दोनों की आवाज को दबाने का काम कर रही है जिसे वह हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे.