चरखी दादरी: हरियाणा विधानसभा चुनाव के मौसम में प्याज की बढ़ती कीमतों का असर चुनाव पर पड़ सकता है. चुनावी मौसम में सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं. जहां विधानसभा चुनाव को लेकर चौपाल और बैंठकों में चुनावी चर्चाएं होती थी, वहां अब सिर्फ सब्जियों के बढ़े दामों को लेकर लोग चर्चा कर रहे हैं.
मंडी में सब्जी खरीदने पहुंचे ग्रामीण जगपाल ने बताया कि उन्हें चुनाव को लेकर कोई रूचि नहीं है, क्योंकि इस समय उसे परिवार के पालन-पोषण को लेकर समस्या है. इस समय सब्जियों के भाव इतने आसमान छू रहे हैं कि आम आदमी के लिए खरीदना मुश्किल हो गया है.
दुकानदार राजेश जाखड़ ने बताया कि महंगाई बढ़ने के कारण लोगों में चुनाव को लेकर खास रूचि नहीं है बल्कि सब्जियों के बढ़े दामों को लेकर बातें होती हैं. वहीं नागरिक रतीराम ने बताया कि सब्जियों के बढ़े दामों के बाद लोग चुनावी बातें भूल गए हैं, क्योंकि आमजन को खाने के लाले पड़े हैं और चौपालों पर महंगाई को लेकर ही चर्चाएं हैं.
गौरतलब है कि हरियाणा में प्याज अब राशन की सरकारी दुकानों पर मिलेगा. शहरों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के जरिये राशन डिपो होल्डर उपभोक्ताओं को 35 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज देंगे. ये फैसला हरियाणा सरकार ने ठीक विधानसभा चुनाव से पहले लिया है.
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