चरखी दादरी: कोरोना काल के दौरान कोरोना योद्धा के तौर पर काम करने वाली आशा वर्कर्स की वेतन कटौती के विरोध में आशा वर्कर्स ने बैठक कर आंदोलन करने का निर्णय लिया. साथ ही सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए 26 नवंबर को देशव्यापी हड़ताल में शामिल होने और अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया.
सीटू की प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा देवी की अध्यक्षता में एसकेएस कार्यालय में आशा वर्कर्स की मीटिंग का आयोजन किया गया. मीटिंग में जिलेभर की आशा वर्कर्स ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए 26 नवंबर की हड़ताल में शामिल होने और 10 नवंबर को दादरी विधायक के निवास का घेराव करने का निर्णय लिया.
साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कोरोना काल में वेतन कटौती करने का विरोध जताया और अल्टीमेटम दिया कि वो अब आर-पार की लड़ाई लड़ेंगी.
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सीटू प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा ने सीधे रूप से सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि आशा वर्कर्स अब चुप नहीं बैठेंगी और अपना हक लेने के लिए किसी भी हद तक जाना पड़े जाएंगी, क्योंकि प्रदेश की करीब 20 हजार आशा वर्कर्स तीन महीने से सड़कों पर हैं. अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो 26 नवंबर को आशा वर्कर्स हड़ताल में शामिल होंगी और ये हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है.