चरखी दादरी: 'ओल्ड ब्वॉय' के नाम से मशहूर चरखी दादरी के कमोद गांव के निवासी रामफल फोगाट इस उम्र में भी लगातार मेडल जीत रहे हैं. रामफल फोगाट सरकारी सेवा से सेवानिवृति के बाद भी खेल जगत से जुड़े रहे और अनेकों राष्ट्रीय-अंतररष्ट्रीय स्पर्धाओं में शानदार प्रदर्शन कर पदकों का ढेर लगा दिया. रामफल अब तक राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर 36 मेडल जीत चुके हैं.
पिछले दिनों मुंबई में आयोजित एशियन हाफ मैराथन चैंपियनशिप में 72 वर्षीय रामफल ने रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल जीता है. अब उनको मेडल व सर्टिफिकेट मिला तो उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फुल मैराथन में रिकार्ड बनाने का जज्बा लेते हुए प्रेक्टिस शुरू कर दी है.
मैराथन धावक रामफल फोगाट ने बताया कि उन्होंने अभी तक 20 गोल्ड व 16 रजत पदक जीते हैं. पहले भी दिल्ली में आयोजित हाफ मैराथन दौड़ में 17 देशों के 50 हजार धावकों की मौजूदगी में रिकॉर्ड बनाया और गोल्ड मेडल जीता. इसके अलावा छोटी दौड़ प्रतियोगिता में भी कई पुरस्कार हासिल किए.
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उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि अगर वो 72 साल की उम्र फिट रहकर मैराथन में मेडल जीत सकते हैं तो युवा भी ऐसा कर सकते हैं. इसलिए युवाओं को आगे आना चाहिए, मेहनत करनी चाहिए और फिर मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करें.
बता दें कि, रामफल फोगाट को अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फुल मैराथन में गोल्ड जीतना है इसलिए वे प्रतिदिन 20 किलोमीटर दौड़ लगा रहे हैं. उनका कहना है कि अगर सरकार द्वारा उनकी सहायता की जाए तो वे निश्चित तौर पर मेडल देश के नाम कर सकतै हैं.
बहरहाल, आजकल जहां नौजवानों की जरा सी दौड़ में सांस फूलने लगती है, वहीं रामफल फोगाट जैसे बुजुर्ग भी हैं जो मैराथन दौड़ रहे हैं और नए-नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. हम यही आशा करेंगे कि रामफल फोगाट आगे भी इसी तरह फिट रहें और लगातार मेडल जीतते रहें.
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