चंडीगढ़: किसान संगठन 26 मई को काले दिन के तौर पर बना रहे हैं. किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंककर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. क्योंकि आज किसान आंदोलन को 6 महीने का वक्त बीत चुका है, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार और उनके बीच समाधान नहीं निकला है.
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चंडीगढ़ में यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने भी किसानों दोनों का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. चंडीगढ़ यूथ कांग्रेस के प्रधान मनोज लुबाना ने कहा कि सिंघु बॉर्डर पर हमारे किसान भाई बैठे हैं और उन्होंने सभी लोगों से ये आह्वान किया था कि 26 मई का दिन काले दिन के तौर पर मनाया जाए और केंद्र सरकार का प्रदर्शन किया जाए.
मनोज ने कहा कि हम अपने प्रधानमंत्री से कहना चाहते हैं कि वो अपने अमीर दोस्तों को छोड़कर एक दिन गांव में बिता कर देखें. तब उन्हें पता चलेगा कि कितने मुश्किल हालातों में किसान जिंदगी व्यतीत कर रहा है. पीएम एक बार यहां आकर देखे तो उनको पता चलेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर राजनीति से ऊपर उठकर किसानों का समर्थन कर रही है और जब तक सरकार किसानों की मांगों को मान नहीं लेती. तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा और कांग्रेस भी किसानों का समर्थन करती रहेगी.
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उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को कोरोना का डर दिखाकर आंदोलन खत्म करना चाहती है. अभी तक आंदोलन में 600 से ज्यादा किसान मर चुके हैं, लेकिन प्रधानमंत्री किसी भी किसान के बारे में दो शब्द नहीं बोले, ना ही किसी किसान के परिवार के हालात के बारे में जाना. फिर वह किसानों को किस बात का डर दिखा रहे हैं.