चंडीगढ़: दशहरे के मौके पर चंडीगढ़ में दुनिया के सबसे ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया. दुनिया के सबसे बड़े रावण का दहन देखने के लिए हजारों की भीड़ पहुंची. इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर मुख्यअतिथि के रूप में मौजूद रहे.
रावण के पुतले का दहन करने के लिए चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर कार्यक्रम में पहुंचे. इस मौके पर चंडीगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष संजय टंडन, चंडीगढ़ के डीसी मंदीप सिंह बराड़ कार्यक्रम में शामिल हुए.
रिमोट कंट्रोल के जरिए हुआ रावण का दहन
राज्यपाल वीपी सिंह बदनोर में रिमोट कंट्रोल के जरिए रावण के पुतले में आग लगाई. आग लगते ही रावण का पुतला धू-धू कर के जलने लगा. रावण के पुतले में खासतौर पर इको फ्रेंडली पटाखे लगाए गए थे ताकि रावण दहन के दौरान कम से कम वायु प्रदूषण हो.
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सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम
रावण के पुतले का दहन देखने के लिए चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. रावण के पुतले का दहन धनास के मैदान में किया गया. ये पूरा मैदान लोगों से खचाखच भरा हुआ था. सुरक्षा को देखते हुए रावण के पुतले से करीब 50 से 60 मीटर दूर तक एक रेलिंग लगाई गई थी, ताकि लोग रावण के पुतले के पास ना जा सकें.
दुनिया के सबसे बड़े रावण की खासियत
रावण के पुतले की ऊंचाई 221 फुट थी और ये दुनिया का सबसे ऊंचा रावण का पुतला था. इस पुतले का मुकूट 66 फुट ऊंचा था और इसका चेहरा 25 फुट ऊंचा था. रावण की तलवार 55 फुट की थी और रावण का परिधान करीब 90 फुट का था. रावण के जूते भी खासतौर पर बनाए गए थे. हर एक जूते की लंबाई 40 फुट थी.
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