चंडीगढ़: अक्सर ये माना जाता है कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट के बाद सामान्य जीवन जीना मुश्किल होता है, लेकिन चंडीगढ़ की रहने वाले दंपत्ति प्रवीण कुमार रत्न और उनकी पत्नी रूपा अरोड़ा ने इस धारणा को गलत साबित किया है. ये दंपत्ति 17 से 23 अगस्त तक यूके में होने वाले वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली है.
वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में लेंगे हिस्सा
हालांकि भारत से इन गेम्स में कुल 14 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे, लेकिन ये पहला मौका होगा जब देश से कोई दंपत्ति इसमें हिस्सा लेगा. अंगदान को बढ़ावा देने के लिए वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स वर्ष 1978 से हर दो साल बाद अलग-अलग देशों में करवाई जाती हैं. इसमें डोनर और रिसीपिएंट दोनों हिस्सा लेते हैं. इस बार ये गेम्स यूके में न्यू कैसल गेट में आयोजित होंगे. जिसमें 60 देशों के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे. ये गेम्स अंगदान को बढ़ावा देने के लिए हर दो साल बाद कराए जाते हैं.
पत्नी ने किया था लीवर दान
2011 में प्रवीण कुमार का लीवर खराब हो गया था. जिसके बाद उनकी पत्नी रूपा अरोड़ा ने उनको अपना 65 प्रतिशत लीवर दान किया. अक्सर प्रतिरोपण के बाद लोग जिंदगी को उतने उत्साह से नहीं जी पाते, लेकिन इस दंपत्ति ने प्रतिरोपण के बाद जिंदगी को इस सोच से अलग होकर जीने की ठान ली. दोनों एथलेटिक्स में हिस्सा लेने लगे और धीरे धीरे ट्रांसप्लांट गेम्स की तरफ इनका रूझान बढ़ा.
यूके में होंगे वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स
प्रवीण कुमार ने वर्ष 2018 में ट्रांसप्लांट गेम्स ऑफ अमेरिका में हिस्सा लिया और अब दोनों पति पत्नी वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में हिस्सा लेने जा रहे हैं. इतना ही नहीं प्रवीण कुमार को दिसंबर 2018 में फेसियल पैरालाइसिस भी हो गया था, लेकिन उन्होने हिम्मत नहीं हारी और इस पर भी जीत हासिल की.