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वर्ल्ड हाइपरटेंशन वीकः साइलेंट किलर को कहें बाय-बाय, जाने लक्षण और इलाज

17 मई को वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे है. जिसके चलते प्रदेशभर में हाईपरटेंशन वीक मनाया जा रहा है. इसके तहत अगल-अगल कार्यकर्मों के जरिए लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है.

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Published : May 15, 2019, 11:12 AM IST

चंडीगढ़ः हमारे शरीर में कई बीमारियां ऐसी होती हैं जिनका हमें बता भी नहीं होता लेकिन हम अंदर से खत्म हो जाते हैं. हाईपरटेंशन या बीपी ऐसी ही एक साइलेंट किलर है जो हर दूसरे व्यक्ति को है और हर बीमारी की जड़ है. उच्च रक्तचाप यानी कि हाई ब्लड प्रेशर से बचाव के प्रति जागरूकता लाने के लिए वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे 17 मई को मनाया जाता है.

गुरुवार 17 मई को वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे है और हमें भारत की एक चौंकाने वाली स्टडी मिली है. भारत की पूरी आबादी में केवल 40 फीसदी लोगों को पता है कि उन्हें हाईपरटेंशन है. हाल ही में हेल्थ मिनिस्ट्री ने भी एक स्टडी में बताया है कि आठ में से एक व्यक्ति को बीपी है.

भारत में 200 मिलियन अडल्ट हाइपरटेंशन के शिकार हैं
इस स्टडी में पाया गया है कि भारत में 200 मिलियन अडल्ट हैं जो हाइपरटेंशन के शिकार हैं. जिसमें से 40 फीसदी को पता है और 20 फीसदी लोग ही इसका इलाज कराते हैं. सबसे बड़ी बात है कि भारत में बीमारियों से जितनी मौत होती है उसमें से 10 फीसदी लोग हाईपरटेंशन से मरते हैं.

क्लिक कर देखें वीडियो

दरअसल,आईसीएमआर ने मई मेजरमेंट मंथ के दौरान इस स्टडी को कराया है. जब इस स्टडी से जुड़े डॉक्टर के के अग्रवाल से हमने बात की तो उन्होंने हमें बताया कि हाईपरटेंशन कई तरह के होते हैं, ये घर और ऑफिस में अलग-अलग होते हैं. डॉ केके अग्रवाल बताते हैं कैसे ये बीमारी युवाओं में ज्यादा बढ़ती जा रही है.

हाईपरटेंशन के लक्षणः

  • आपको गुस्सा आएगा, सांस लेने में तकलीफ होगी
  • आलसपन रहेगा, ताजगी नहीं रहेगी
  • चेस्ट पेन होगा, सिर दर्द
  • थकान और तनाव महसूस होगा
  • कई बार तो नाक से खून भी निकलेगा
  • पेट और कमर की चौड़ाई को मेजर करें

कैसे करें इलाजः

  • हफ्ते या दो हफ्ते में एक बार डॉक्टर से चेकअप जरूर कराएं
  • सब्जी और ताजा फल खाएं और वजन न बढ़ने दें
  • रोजाना एक्सरसाइज करें, मेडिटेशन और योगा बहुत फायदेमंद है.
  • खान पान और लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी है.
  • 2,300 मिलिग्राम से कम नमक पूरे दिन में लें
  • पोटाशियम की मात्रा ठीक रखें

इलाज के लिए दवा-डॉक्टर के साथ एक्सरसाइज जरूरीः
इस स्टडी में ये भी साफ लिखा है कि केवल दवा या डॉक्टर के इलाज से बीपी से छुटकारा नहीं मिल सकता है, आपको अपनी लाइफस्टाइल बदलनी होगी. आपको इसके लिए अंदर से काम करना होगा. इस स्टडी के दौरान हमने एक मरीज से बात की जो काफी सालों से बीपी की शिकार हैं और दवा खाते खाते परेशान, लेकिन वो फायदा नहीं नजर आया, जो फायदा उन्हें पिछले एक साल में मेडिटेशन योगा और अपने अंदर लाइफस्टाइल में बदलाव करके मिला.

28 लाख High Blood Pressure से पीड़ित
भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय ने Preventiv Health Programme के तहत देश के 100 जिलों में एक सर्वे किया. इस सर्वे में करीब 2 करोड़ लोगों का Blood Pressure चेक हुआ. इसमें ये पता चला कि 2 करोड़ लोगों में से 28 लाख High Blood Pressure से पीड़ित हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक, भारत की करीब 8 प्रतिशत आबादी Hypertension की शिकार है इनमें पुरुषों की संख्या 10 प्रतिशत और महिलाओं की संख्या करीब 7 प्रतिशत है.

चंडीगढ़ः हमारे शरीर में कई बीमारियां ऐसी होती हैं जिनका हमें बता भी नहीं होता लेकिन हम अंदर से खत्म हो जाते हैं. हाईपरटेंशन या बीपी ऐसी ही एक साइलेंट किलर है जो हर दूसरे व्यक्ति को है और हर बीमारी की जड़ है. उच्च रक्तचाप यानी कि हाई ब्लड प्रेशर से बचाव के प्रति जागरूकता लाने के लिए वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे 17 मई को मनाया जाता है.

गुरुवार 17 मई को वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे है और हमें भारत की एक चौंकाने वाली स्टडी मिली है. भारत की पूरी आबादी में केवल 40 फीसदी लोगों को पता है कि उन्हें हाईपरटेंशन है. हाल ही में हेल्थ मिनिस्ट्री ने भी एक स्टडी में बताया है कि आठ में से एक व्यक्ति को बीपी है.

भारत में 200 मिलियन अडल्ट हाइपरटेंशन के शिकार हैं
इस स्टडी में पाया गया है कि भारत में 200 मिलियन अडल्ट हैं जो हाइपरटेंशन के शिकार हैं. जिसमें से 40 फीसदी को पता है और 20 फीसदी लोग ही इसका इलाज कराते हैं. सबसे बड़ी बात है कि भारत में बीमारियों से जितनी मौत होती है उसमें से 10 फीसदी लोग हाईपरटेंशन से मरते हैं.

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दरअसल,आईसीएमआर ने मई मेजरमेंट मंथ के दौरान इस स्टडी को कराया है. जब इस स्टडी से जुड़े डॉक्टर के के अग्रवाल से हमने बात की तो उन्होंने हमें बताया कि हाईपरटेंशन कई तरह के होते हैं, ये घर और ऑफिस में अलग-अलग होते हैं. डॉ केके अग्रवाल बताते हैं कैसे ये बीमारी युवाओं में ज्यादा बढ़ती जा रही है.

हाईपरटेंशन के लक्षणः

  • आपको गुस्सा आएगा, सांस लेने में तकलीफ होगी
  • आलसपन रहेगा, ताजगी नहीं रहेगी
  • चेस्ट पेन होगा, सिर दर्द
  • थकान और तनाव महसूस होगा
  • कई बार तो नाक से खून भी निकलेगा
  • पेट और कमर की चौड़ाई को मेजर करें

कैसे करें इलाजः

  • हफ्ते या दो हफ्ते में एक बार डॉक्टर से चेकअप जरूर कराएं
  • सब्जी और ताजा फल खाएं और वजन न बढ़ने दें
  • रोजाना एक्सरसाइज करें, मेडिटेशन और योगा बहुत फायदेमंद है.
  • खान पान और लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी है.
  • 2,300 मिलिग्राम से कम नमक पूरे दिन में लें
  • पोटाशियम की मात्रा ठीक रखें

इलाज के लिए दवा-डॉक्टर के साथ एक्सरसाइज जरूरीः
इस स्टडी में ये भी साफ लिखा है कि केवल दवा या डॉक्टर के इलाज से बीपी से छुटकारा नहीं मिल सकता है, आपको अपनी लाइफस्टाइल बदलनी होगी. आपको इसके लिए अंदर से काम करना होगा. इस स्टडी के दौरान हमने एक मरीज से बात की जो काफी सालों से बीपी की शिकार हैं और दवा खाते खाते परेशान, लेकिन वो फायदा नहीं नजर आया, जो फायदा उन्हें पिछले एक साल में मेडिटेशन योगा और अपने अंदर लाइफस्टाइल में बदलाव करके मिला.

28 लाख High Blood Pressure से पीड़ित
भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय ने Preventiv Health Programme के तहत देश के 100 जिलों में एक सर्वे किया. इस सर्वे में करीब 2 करोड़ लोगों का Blood Pressure चेक हुआ. इसमें ये पता चला कि 2 करोड़ लोगों में से 28 लाख High Blood Pressure से पीड़ित हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक, भारत की करीब 8 प्रतिशत आबादी Hypertension की शिकार है इनमें पुरुषों की संख्या 10 प्रतिशत और महिलाओं की संख्या करीब 7 प्रतिशत है.

Intro:साइलेंट किलर है उच्च रक्तचाप- डा. दिनेश सहगलBody:उच्च रक्तचाप शरीर में सामान्य से अधिक रक्तचाप अथवा ब्लड प्रेशर की स्थिति को कहा जाता है यदि किसी का ब्लड प्रैशर लगातार 140-90 एमएमएचडी से अधिक रहे तो उसे उच्च रक्त चाप से पीडित माना जाता है एवं डाक्टर की सलाह से इलाज का परामर्श दिया जाता है। यह जानकारी हृदृय रोग विशेषज्ञ डा. दिनेश सहगल व तरुण सपडा वल्ड हाईपर टेशन डे उपलक्ष्य में सपरा अस्पताल में प्रैस वार्ता में दी। डा. दिनेश सहगल ने बताया कि बीते कुछ वर्षो से उच्चरक्त चाप से पीडित रोगियों की संख्या में लगा ईजाफा हुआ है जीवन शैली से संबंधित यह रोग अस्वस्थ खान मोटापा, बीडी, धुम्रपान, शराब का अधिक सेवन, मानसिक तनाव और शारीरिक निष्क्रियता से संबंधित होता है। Conclusion:डा. दिनेश सहगल ने बताया कि पूरे विश्व में लगभग 180 करोड लोग उच्च रक्तचाप से पीडित है सिरदर्द चक्कर, चिडचिडापन नींद की कमी, जैसे सामान्य लक्षणों को नजर अंदाज किए जाने के कारण 50 प्रतिशत रोगियों की इसकी उपस्थित का पता नही लगपाता। एक अनुमान के अनुसार भारत वर्ष में शहरी ईलाकों में 3 में से 1 तथा ग्रामीण ईलाकों में हर 4 में से 1 व्यक्ति उच्चरक्तचाप से पीडित है जीवन शैली में सुधार जैसे कि स्वस्थ खानपान प्रति खाने में नमक का सेवन, प्रति 5 ग्राम से कम, नियमित से 30 से 45 मिनट का व्यायाम धुम्रपान एवं एलकोहल के सेवन की रोकथाम इस पर काबू पाने में मदद करता है उच्च रक्तचाप का रोकथाम एवं सही उपचार हार्ट अटैक हार्ट फैल एवं लकवे जैसी बीमारियों की सम्भावना एक तिहाई से भी कम करने में मदद करता है 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों में नियमित जांच एव डा. के परामर्श से उचित ईलाज भी उच्च रक्तचाप एवं इससे होने वाली बीमारियों की रोकथाम में मदद करता है।
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