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इनामी राशि में कटौती से भड़के खिलाड़ी, बोले- सरकार वापस ले जाए अपना पैसा

राशि में कटौती होने पर पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट समेत अन्य खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई है. विनेश फौगाट ने इनामी राशि का चेक सरकार को लौटाने की बात कही तो बजरंग पूनिया ने इसे खिलाड़ियों का अपमान बताया.

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Published : Jun 25, 2019, 11:30 PM IST

Updated : Jun 26, 2019, 2:42 PM IST

सरकार पर खिलाड़ियों का फूटा गुस्सा, बोले- आजतक खिलाड़ियों को परेशान करने वाली सरकार नहीं देखी

चंडीगढ़: एशियन गेम्स की इनामी राशि खिलाड़ियों के खाते में आते ही बवाल शुरू हो गया है. जिन खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ के साथ एशियन गेम्स में भी मेडल जीते थे, उनकी कॉमनवेल्थ गेम्स की आधी इनामी राशि में कटौती कर दी गई है.

राशि में कटौती होने पर पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट समेत अन्य खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई है. कटौती करने पर पहलवान विनेश फौगाट ने कहा कि वो इस इनामी राशि का चेक सरकार को लौटा देगी.

  • एक तरफ़ तो हमारे देश के प्रधानमंत्री जी कहते हैं खेल आगे बढ़ेगा तभी देश आगे बढ़ेगा और एक हमारी हरियाणा की सरकार है जो खेलों में राजनीति करके उनको पूरी तरह ख़त्म करने की कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। क्या ऐसे ही देश आगे बढ़ेगा??? @PMOIndia @narendramodi @mlkhattar @anilvijminister

    — Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) June 26, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने सरकार से गुजारिश करते हुए कहा कि वो इनामी राशि को वापस ले जाए.

  • मेरी हरियाणा सरकार से गुजारिश है कि आप अपना दीये हुए धन राशि को वापस ले जाए। इस तरह खिलाड़ियों को आप अपने राजनीतिक अखाड़े पर खड़ा करके उन्हें अपमानित न करें। @mlkhattar @anilvijminister

    — Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) June 26, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं बजरंग पूनिया ने इसे खिलाड़ियों का अपमान बताया. उन्होंने सरकार को इस फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा.

  • हरियाणा के युवाओं ने देश को कइ बेहतरीन मेडल दिए है।भले ही एक छोटा सा राज्य है हरियाणा,पर यहां के खिलाड़ियों ने पूरे देश को कइ बार गर्वित किया है।उनको मिलने वाली राशि में कटौती करके उनके मनोबल को न तोड़ा जाए।मेरी हरियाणा सरकार से विनती है कि इस निर्णय पर दोबारा विचार करे@mlkhattar

    — Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) June 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पहलवान योगेश्वर दत्त भी सरकार के इस कदम से नाराज नजर आए. उन्होंने भी ट्वीट के जरिए सरकार से अपील करते हुए कहा कि वो अपने फैसले पर दोबारा विचार करे.

  • खेल मंत्री श्री @anilvijminister जी खिलाड़ियों की प्राइज़मनी में कटोती करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.प्राइज़मनी में कटोती करने का कारण खिलाड़ियों को बताओ खिलाड़ी हरियाणा व देश का मान बढ़ाते हैं.उनका मनोबल बड़ाओ जिसे वो आने वाले अलिम्पिक देश के लिए ज़्यादा से ज़्यादा पदक जीत सके।

    — Yogeshwar Dutt (@DuttYogi) June 26, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पहलवान गीता फोगाट भी सरकार के इस कदम से नाखुश नजर आई. उन्होंने सरकार से इसपर दोबारा विचार करने की अपील की.

  • कोई भी गेम्स हों उसमें सबसे ज़्यादा मैडल हरियाणा प्रदेश के खिलाड़ी जीतते हैं और प्रदेश का नाम रोशन करते हैं ऐसे में खिलाड़ियों की ईनामी राशि में कटौती करना क़तई सही नहींहै इससे खिलाड़ियों का मनोबल टूटता है मेरा सरकार से अनुरोध है की इस फ़सले पर दोबारा विचार करें @anilvijminister

    — geeta phogat (@geeta_phogat) June 26, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स एक ही साल 2018 में हुए थे. दोनों प्रतियोगिताओं में बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट, नीरज चोपड़ा, अमित पंघाल, संजीव राजपूत, विकास कृष्ण समेत कई खिलाड़ियों ने मेडल जीते थे.

बजरंग, विनेश और नीरज चोपड़ा के दोनों प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल थे, बाकी खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ में गोल्ड तो एशियाड में सिल्वर या ब्रॉन्ज मेडल जीता था. सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स की इनामी राशि डेढ़ करोड़ रुपये पहले ही इन खिलाड़ियों के खाते में डाल दी थी.

सोमवार को कई खिलाड़ियों के खाते में एशियन गेम्स की कुछ इनामी राशि के नाम पर 75 लाख रुपये डाले गए. बजरंग पूनिया और विनेश फौगाट ने खाते में राशि आने की पुष्टि की.

ये नियम बता रहे हैं अफसर
विनेश और बजरंग ने खाते में राशि की कटौती पर अधिकारियों ने बताया कि एक साल में कोई भी खिलाड़ी एक से ज्यादा मेडल जीतता है तो उसे सबसे बड़े मेडल की पूरी इनामी राशि दी जाएगी. उसके बाद दूसरे मेडल पर 50 प्रतिशत, तीसरे मेडल पर 25 प्रतिशत और उसके बाद मेडल जीतने पर कोई इनामी राशि नहीं मिलेगी.

एशियन गेम्स को सबसे बड़ा मानते हुए उसके मेडल पर सबसे ज्यादा तीन करोड़ रुपये दिए जाएंगे और कॉमनवेल्थ गेम्स के 75 लाख रुपये काट लिए गए हैं. इस पर खिलाड़ियों का कहना है कि ये नियम केवल चैंपियनशिप पर लागू होता है. गेम्स के लिए ऐसा कोई नियम अभी तक नहीं था, अब अचानक ऐसा नियम बताया जा रहा है.

इस मुद्दे पर खेल मंत्री अनिल विज ने सफाई दी और कहा कि हमने खिलाड़ियों का कोई अपमान नहीं किया है. अगर किसी खिलाड़ी को लगता है कि उसे कम राशि मिली है तो वो डिपार्टमेंट में आकर बात कर सकता है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा सम्मान हरियाणा में दिया जाता है.

बता दें कि सरकार ने पिछले चार साल से खिलाड़ी सम्मान समारोह नहीं आयोजित किया था. इस बार ये तय किया गया था कि सरकार पंचकूला में एक सम्मान आयोजित कर सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मानित करेगी. सरकारी रिकॉर्ड्स के अनुसार इस सम्मान समारोह में करीब तीन हजार खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाना था.

सरकार ने ये समारोह ये कहकर रद्द कर दिया था कि इतने खिलाड़ियों को एक साथ एक दिन में सम्मानित नहीं किया जा सकता. इसलिए इनामी राशि उनके अकाउंट में भेजी जाएगी. बवाल तब हुआ जब खिलाड़ियों के अकाउंट में इनामी राशि आधी आई. जिसके बाद से खिलाड़ी सरकार से खासे नाराज नजर आ रहे हैं.

चंडीगढ़: एशियन गेम्स की इनामी राशि खिलाड़ियों के खाते में आते ही बवाल शुरू हो गया है. जिन खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ के साथ एशियन गेम्स में भी मेडल जीते थे, उनकी कॉमनवेल्थ गेम्स की आधी इनामी राशि में कटौती कर दी गई है.

राशि में कटौती होने पर पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट समेत अन्य खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई है. कटौती करने पर पहलवान विनेश फौगाट ने कहा कि वो इस इनामी राशि का चेक सरकार को लौटा देगी.

  • एक तरफ़ तो हमारे देश के प्रधानमंत्री जी कहते हैं खेल आगे बढ़ेगा तभी देश आगे बढ़ेगा और एक हमारी हरियाणा की सरकार है जो खेलों में राजनीति करके उनको पूरी तरह ख़त्म करने की कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। क्या ऐसे ही देश आगे बढ़ेगा??? @PMOIndia @narendramodi @mlkhattar @anilvijminister

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उन्होंने सरकार से गुजारिश करते हुए कहा कि वो इनामी राशि को वापस ले जाए.

  • मेरी हरियाणा सरकार से गुजारिश है कि आप अपना दीये हुए धन राशि को वापस ले जाए। इस तरह खिलाड़ियों को आप अपने राजनीतिक अखाड़े पर खड़ा करके उन्हें अपमानित न करें। @mlkhattar @anilvijminister

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वहीं बजरंग पूनिया ने इसे खिलाड़ियों का अपमान बताया. उन्होंने सरकार को इस फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा.

  • हरियाणा के युवाओं ने देश को कइ बेहतरीन मेडल दिए है।भले ही एक छोटा सा राज्य है हरियाणा,पर यहां के खिलाड़ियों ने पूरे देश को कइ बार गर्वित किया है।उनको मिलने वाली राशि में कटौती करके उनके मनोबल को न तोड़ा जाए।मेरी हरियाणा सरकार से विनती है कि इस निर्णय पर दोबारा विचार करे@mlkhattar

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पहलवान योगेश्वर दत्त भी सरकार के इस कदम से नाराज नजर आए. उन्होंने भी ट्वीट के जरिए सरकार से अपील करते हुए कहा कि वो अपने फैसले पर दोबारा विचार करे.

  • खेल मंत्री श्री @anilvijminister जी खिलाड़ियों की प्राइज़मनी में कटोती करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.प्राइज़मनी में कटोती करने का कारण खिलाड़ियों को बताओ खिलाड़ी हरियाणा व देश का मान बढ़ाते हैं.उनका मनोबल बड़ाओ जिसे वो आने वाले अलिम्पिक देश के लिए ज़्यादा से ज़्यादा पदक जीत सके।

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पहलवान गीता फोगाट भी सरकार के इस कदम से नाखुश नजर आई. उन्होंने सरकार से इसपर दोबारा विचार करने की अपील की.

  • कोई भी गेम्स हों उसमें सबसे ज़्यादा मैडल हरियाणा प्रदेश के खिलाड़ी जीतते हैं और प्रदेश का नाम रोशन करते हैं ऐसे में खिलाड़ियों की ईनामी राशि में कटौती करना क़तई सही नहींहै इससे खिलाड़ियों का मनोबल टूटता है मेरा सरकार से अनुरोध है की इस फ़सले पर दोबारा विचार करें @anilvijminister

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बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स एक ही साल 2018 में हुए थे. दोनों प्रतियोगिताओं में बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट, नीरज चोपड़ा, अमित पंघाल, संजीव राजपूत, विकास कृष्ण समेत कई खिलाड़ियों ने मेडल जीते थे.

बजरंग, विनेश और नीरज चोपड़ा के दोनों प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल थे, बाकी खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ में गोल्ड तो एशियाड में सिल्वर या ब्रॉन्ज मेडल जीता था. सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स की इनामी राशि डेढ़ करोड़ रुपये पहले ही इन खिलाड़ियों के खाते में डाल दी थी.

सोमवार को कई खिलाड़ियों के खाते में एशियन गेम्स की कुछ इनामी राशि के नाम पर 75 लाख रुपये डाले गए. बजरंग पूनिया और विनेश फौगाट ने खाते में राशि आने की पुष्टि की.

ये नियम बता रहे हैं अफसर
विनेश और बजरंग ने खाते में राशि की कटौती पर अधिकारियों ने बताया कि एक साल में कोई भी खिलाड़ी एक से ज्यादा मेडल जीतता है तो उसे सबसे बड़े मेडल की पूरी इनामी राशि दी जाएगी. उसके बाद दूसरे मेडल पर 50 प्रतिशत, तीसरे मेडल पर 25 प्रतिशत और उसके बाद मेडल जीतने पर कोई इनामी राशि नहीं मिलेगी.

एशियन गेम्स को सबसे बड़ा मानते हुए उसके मेडल पर सबसे ज्यादा तीन करोड़ रुपये दिए जाएंगे और कॉमनवेल्थ गेम्स के 75 लाख रुपये काट लिए गए हैं. इस पर खिलाड़ियों का कहना है कि ये नियम केवल चैंपियनशिप पर लागू होता है. गेम्स के लिए ऐसा कोई नियम अभी तक नहीं था, अब अचानक ऐसा नियम बताया जा रहा है.

इस मुद्दे पर खेल मंत्री अनिल विज ने सफाई दी और कहा कि हमने खिलाड़ियों का कोई अपमान नहीं किया है. अगर किसी खिलाड़ी को लगता है कि उसे कम राशि मिली है तो वो डिपार्टमेंट में आकर बात कर सकता है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा सम्मान हरियाणा में दिया जाता है.

बता दें कि सरकार ने पिछले चार साल से खिलाड़ी सम्मान समारोह नहीं आयोजित किया था. इस बार ये तय किया गया था कि सरकार पंचकूला में एक सम्मान आयोजित कर सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मानित करेगी. सरकारी रिकॉर्ड्स के अनुसार इस सम्मान समारोह में करीब तीन हजार खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाना था.

सरकार ने ये समारोह ये कहकर रद्द कर दिया था कि इतने खिलाड़ियों को एक साथ एक दिन में सम्मानित नहीं किया जा सकता. इसलिए इनामी राशि उनके अकाउंट में भेजी जाएगी. बवाल तब हुआ जब खिलाड़ियों के अकाउंट में इनामी राशि आधी आई. जिसके बाद से खिलाड़ी सरकार से खासे नाराज नजर आ रहे हैं.

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चंडीगढ़: हरियाणा सरकार पर  खिलाड़ियों के लिए होने वाले सम्मान समारोह को रद्द करने का फैसला अब भारी पड़ने लगा है. हर खिलाड़ी इस फैसले की आलोचना कर रहा है. वहीं विपक्षी पार्टियों ने भी इसे मुद्दा बना लिया हैं.

इस मुद्दे पर विनेश फोगाट ने स्वास्थ्य मंत्री और सीएमओ हरियाणा को टैग कर ट्वीट किया कि, प्रिय सर लगता है जब आज से पांच साल पहले आप लोग आए थे तो यह कसम खाके आए थे, हरियाणा में ना तो खिलाड़ी छोड़ने हैं ना ही उनका मान- सम्मान. चाहे वो खिलाड़ी छोटा हो चाहे बड़ा हो, आज कोई भी खिलाड़ी आपकी पॉलिसी से खुश नहीं है.



इसके तुरंत बाद उन्होंने फिर ट्वीट किया कि, हर बार आप इसी कोशिश में रहते हैं कैसे खिलाड़ियों को परेशान किया जाए. मैंने आज तक हरियाणा में खिलाड़ियों का इतना अपमान करने वाली सरकार नहीं देखी है. मैं पूछना चाहतीं हूं आपसे आपने आज तक कितने खिलाड़ियों को प्राइस मनी और जॉब देने का काम किया है?



वहीं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बजरंग पूनिया ने भी ट्वीट किया. पूनिया ने लिखा कि, जब देश के लिए मेडल लाता है, वह देश की जीत होती है. यह एक दिन की मेहनत से नहीं पूरे जीवन की तपस्या से प्राप्त होता है. खिलाड़ियों को मिलने वाली राशि में कटौती करके उनके मानसिकता और आत्मसम्मान पे ठेस न पहुंचाए. मेरी सरकार से विनती है कि इस निर्णय पर फिर से विचार करे.



बता दें कि सरकार ने पिछले चार साल से खिलाड़ी सम्मान समारोह नहीं आयोजित किया था. इस बार ये तय किया गया था कि सरकार पंचकूला में एक सम्मान आयोजित कर सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मानित करेगी. सरकारी रिकॉर्ड्स के अनुसार इस सम्मान समारोह में करीब तीन हजार खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाना था, लेकिन बात का बवाल तब हुआ जब खेल मंत्री अनिल विज सोमवार को घोषणा की कि लगभग 90 करोड़ रुपए 3000 खिलाड़ियों के खाते में भेजे जा रहे हैं.

 


Conclusion:
Last Updated : Jun 26, 2019, 2:42 PM IST
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