चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे चरण की सदन की कार्यवाही गुरुवार 2 बजे से शुरू होगी. विधानसभा की तरफ से टेंटेटिव कार्यक्रम दो दिन का तय किया गया है. हालांकि विधानसभा सत्र की अवधि क्या रहेगी ये बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में तय होगा. वहीं विधानसभा का सत्र काफी हंगामेदार रहने के आसार हैं.
विपक्ष कानून व्यवस्था, कृषि कानून, शराब घोटाले और रजिस्ट्री घोटाले समेत कई मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है. इनेलो विधायक अभय चौटाला ने कृषि कानूनों पर तीन प्राइवेट मेंबर बिल समेत चार बिल विधानसभा में दिए हैं.
विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे चरण को लेकर विपक्ष ने 5 काम रोको प्रस्ताव जबकि 50 से ज्यादा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव सदन में चर्चा के लिए दिए है. वहीं 5 प्राइवेट मेम्बर बिल भी दिए गए हैं. विधानसभा ने प्राइवेट मेंबर बिल को तकनीकी खामी के हवाला देकर अस्वीकार करने की तैयारी की है जिस पर सदन में जोरदार हंगामा हो सकता है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा विधानसभा सत्र से पहले तीन विधायक मिले कोरोना पॉजिटिव
शराब घोटाले और रजिस्ट्री घोटाले पर काम रोको प्रस्ताव को विधानसभा ने ध्यानाकर्षण में बदल दिया है जिस पर भी विपक्ष और सत्तापक्ष में तीखी बहस होगी. कानून व्यवस्था के साथ जोड़कर विपक्ष ने निकिता मर्डर मामले पर भी सरकार को घेरने की तैयारी की है. हरियाणा विधानसभा में पंजाब विधानसभा से अपनी जगह लेने के लिए सरकार प्रस्ताव सदन में ला सकती है. विधानसभा के सत्र में सरकार 9 विधेयक भी लेकर आने की तैयारी में है.
ये मुख्य विधेयक रखे जाएंगे सदन में-
- हरियाणा के उद्योगों में प्रदेश के युवाओं को 75 फीसदी आरक्षण का विधेयक सदन में रखा जाएगा.
- पंचायती राज चुनाव में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण का विधेयक भी सदन में आएगा.
- जल संसाधन संरक्षण विनियम और प्राधिकरण बिल भी आना है.
- पंचायत ग्राम शामलात भूमि विनियम हरियाणा संशोधन विधेयक भी रखा जाएगा.
- हरियाणा नगर निगम संशोधन विधेयक भी आएगा.
वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से विधायक दल की बैठक 12 बजे बुलाई गई है. नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी. वहीं सत्र की अवधि को लेकर करीब 11 बजे बीएसी की बैठक होगी. विपक्ष सदन की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहा है. फिलहाल विधानसभा के प्रस्तावित कार्यक्रम में सत्र की अवधि 2 दिन रखी गई है जबकि नेता विपक्ष सत्र को लंबा चलाने की मांग कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें- कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठन आज करेंगे चक्का जाम