चंडीगढ़: भारत के सबसे सर्वोत्तम स्वास्थ्य संस्थानों में से एक पीजीआई आये दिन अपनी उपलब्धियों के जाना विश्व में भी मशहूर रहा है. ऐसे में पीजीआईएमईआर के हेमेटोलॉजी विभाग से तीन डॉक्टरों डॉ. श्रीजेश श्रीधरन उन्नी, डॉ. पुलकित रस्तोगी और डॉ. मनु जामवाल को अमेरिकन सोसायटी ऑफ हेमेटोलॉजी के विजिटर ट्रेनिंग प्रोग्राम (VTP)- 2023 के लिए चयन हुआ है. वीटीपी निम्न और मध्य-आय के देशों के डॉक्टरों के लिए 12 सप्ताह के एडवांस ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है. इस पहल का उद्देश्य ब्लड से संबंधित गंभीर बीमारियों के खिलाफ लड़ाई में इन देशों की क्षमता को बढ़ाना है.
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जानकारी के मुताबिक, चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर के हेमेटोलॉजी विभाग से तीन डॉक्टरों डॉ. श्रीजेश श्रीधरन उन्नी (एसोसिएट प्रोफेसर), डॉ. पुलकित रस्तोगी (सहायक प्रोफेसर) और डॉ. मनु जामवाल (शोध सहयोगी) को अमेरिकन सोसायटी ऑफ हेमेटोलॉजी के विजिटर ट्रेनिंग प्रोग्राम- 2023 में शामिल होने का सम्मान प्राप्त हुआ है. कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागी अमेरिका और यूरोप के अनुभवी वरिष्ठ हेमेटोलॉजिस्ट के मार्गदर्शन में क्लिनिक या प्रयोगशाला में कार्य करते हैं. ट्रेनिंग लेने के बाद ये डॉक्टर इस ज्ञान को भारतीय मरीजों की देखभाल में करते हुए इस्तेमाल करेंगे.
इन तीन डॉक्टरों को ब्लड के रोगों के विभिन्न पहलुओं में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करने का मौका मिलेगा. डॉ. श्रीजेश श्रीधरन उन्नी को टेक्सास, अमेरिका में प्रशिक्षण प्राप्त होगा. जबकि, डॉ. पुलकित रस्तोगी म्यूनिख, जर्मनी में ट्रेनिंग लेंगे. दोनों ही डॉक्टर गंभीर ब्लड कैंसर के इलाज के लिए एडवांस जेनेटिक टेक्निक पर शोध करेंगे. ये लेटेस्ट ट्रेनिंग ना केवल गंभीर बीमारियों को ठीक करने में मददगार साबित होगा, बल्कि परिणामों के पूर्वानुमान करने और इलाज के चयन में भी सहायता करते हैं.
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डॉ. मनु जामवाल को कैलिफोर्निया, अमेरिका में ट्रेनिंग लेंगी. वह गर्भवती महिलाओं के खून पर किये गए परीक्षणों के माध्यम से पैदा होने वाले अजन्मे बच्चे में सुरक्षित तौर से थैलेसीमिया और अन्य गंभीर हीमोग्लोबिन विकारों के निदान की तरीका सीखेंगी. अमेरिकन सोसायटी ऑफ हेमेटोलॉजी के वीटीपी में प्रशिक्षित होकर, यह डॉक्टर अपनी हेमेटोलॉजी की विशेषज्ञता को और आगे बढ़ाने और भारत में मरीजों की देखभाल में सुधार करने के लक्ष्य की प्राप्ति में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाएंगे.