चंडीगढ़: इंडियन नेशनल लोकदल के नेता और ऐलानाबाद से विधायक अभय चौटाला ने वीरवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान बिहार में हुए सत्ता परिवर्तन को लेकर बात करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला देश में तीसरे फ्रंट के लिए मुहिम चलाए हुए हैं. उन्हें उम्मीद है कि देश में तीसरा फ्रंट जरूर बनेगा. उनकी पार्टी भी देश में लगातार थर्ड फ्रंट बनाने की कोशिशों में जुटी हुई है.
चंडीगढ़ में वीरवार को हुई अभय चौटाला की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र को लेकर (Haryana Vidhan Sabha Monsoon Session) थी. इस दौरान अभय ने प्रदेश के कई मुद्दों को लेकर मीडिया के सामने अपनी बात रखी. यही नहीं उन्होंने राज्य सरकार पर भी जमकर जमकर निशाना साधा.अभय चौटाला ने कहा कि प्रदेश में कई जिलों में भारी बारिश की वजह से किसानों की फसलों का बहुत नुकसान हुआ है. बावजूद इसके सीएम ने इस मामले में सदन के अंदर कोई बयान नहीं दिया.
चौटाला ने कहा कि प्रदेश में खासतौर पर नरमे और कपास की फसल के साथ-साथ मूंगफली और ग्वार की फसल को सबसे ज्यादा क्षति हुई (Cotton crop loss in Haryana) है लेकिन मुख्यमंत्री ने इस मामले में कोई भी बयान नहीं दिया ना ही स्पेशल गिरदावरी को लेकर ना ही मुआवजे को लेकर. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर सदन में भी आवाज उठाई पर कृषि प्रधान राज्य के मुख्यमंत्री ने इस पर कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस संबंध में कॉलिंग अटेंशन मोशन लगाया था लेकिन सरकार ने उसे एक्सेप्ट नहीं किया.
वहीं वृद्धा पेंशन को लेकर बात करते अभय चौटाला ने कहा कि सीएम ने इस संबंध में एक बयान दिया हैं.अपने इस बयान में सीएम ने चौधरी देवीलाल के वक्त का जिक्र किया है. चौटाला ने कहा कि सीएम खट्टर को पता नहीं है कि चौधरी देवीलाल ने कभी भी इस तरीके का कैप वृद्धावस्था पेंशन में नहीं लगाया. अभय ने कहा कि मुख्यमंत्री का इस तरीके से बयान देना उनकी खुद की गरिमा को ठेस पहुंचाना जैसा है.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों और अन्य मुद्दों को लेकर उन्होंने 5 अगस्त को विभिन्न जिलों में मेमोरेंडम दिया थे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 25 सितंबर को चौधरी देवीलाल की जयंती पर फतेहाबाद में एक बड़ा कार्यक्रम होगा जिसमें बुजुर्गों की पेंशन सहित तमाम मुद्दों को लेकर लंबी लड़ाई लड़ने को लेकर पार्टी अपनी हुंकार भरेगी.
मीडिया से बातचीत के दौरान अभय ने कहा कि जब विधानसभा में अवैध खनन को लेकर आवाज उठाई गई तो इस मामले में भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि उन्होंने विभिन्न मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चिट्ठी लिखी थी. विधानसभा में जब मैंने उनसे इस बात का जिक्र किया और कहा कि उन्होंने मेरी चिट्ठी का जवाब क्यों नहीं दिया तो मुख्यमंत्री की ओर से इस पर कोई भी जवाब नहीं आया.
वही हर घर तिरंगा मुहिम को लेकर बात करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि हर कोई देश की आजादी का जश्न मनाना चाहता है इसमें कोई जोर जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिरसा के उपायुक्त ने मुझसे इसमें मदद मांगी थी. मैंने पचास हजार झंडे देने की बात कही और साथियों भी कहा कि अगर और जरूरत होगी तो वह और भी झंडे देंगे लेकिन सरकार डिपो के माध्यम से उन्हें झंडों को पचीस रुपये में बेच रही है. सरकार इसी बहाने लोगों की जेब पर डाका डाल रही है. यहां तक कि सरकारी कर्मचारियों की 1 दिन की तनखा भी काटी जा रही है.
उन्होंने कहा कि झंडे के लिए डंडे लेने के लिए आरा मशीन वालों से भी दो हजार से पांच हजार लिए जा रहे हैं. उन्होंने जब इस बात को सदन में रखा तो मुख्यमंत्री ने इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि तिरंगे के नाम पर कलेक्शन हो रही है इस मामले में कार्रवाई होनी चाहिए.