चंडीगढ़: हरियाणा में जल्द ही प्रदेश सरकार की ओर से टेली-मेडिसिन सेवा शुरू की जाएगी, ताकि उन लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जा सके जो अस्पताल नहीं जा सकते. ये जानकारी गुरुवार को सीएम मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दी.
इसके अलावा, मुख्यमंत्रियों की बैठक में मनोहर लाल ने बताया कि राज्य के 14 स्थानों पर 3000 बेड क्षमता वाले कोविड-19 अस्पताल स्थापित किए गए हैं, ताकि कोरोना से जंग लड़ी जा सके. वहीं सीएम ने सुझाव देते हुए कहा कि हालांकि वर्तमान में राज्य में पीपीई किट का पर्याप्त भंडार है और इसके अलावा 2.50 लाख किट के ऑर्डर दिए गए हैं. इस प्रकार की और ज्यादा किटों को आयात करने के विकल्प पर विचार किया जाना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से गरीबों, किसानों और चिकित्सा पेशे से जुड़े लोगों के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये के विशेष राहत पैकेज की घोषणा करने के लिए धन्यवाद करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से सीसीएल के 4000 करोड़ रुपये के पुनर्भुगतान को स्थगित करने का अनुरोध किया और कहा कि आरबीआई को इस ऋण का भुगतान करना चाहिए.
सीएम ने ने कहा कि कोविड-19 को लेकर अभी तक अन्य राज्यों की तुलना में हरियाणा में स्थिति नियंत्रण में है. गैर-सरकारी संगठन, अन्य सामाजिक संगठन, स्वयंसेवक और राज्य के लोग नॉवेल कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी लड़ाई में राज्य सरकार को पूरा समर्थन दे रहे हैं.
- राज्य में लगभग 13,500 लोगों को निगरानी में रखा गया है
- पॉजिटिव कोरोना वायरस के मरीजों के संपर्क में आए 817 लोगों के सैंपल लिए गए हैं
- जिनमें से 546 सैंपल नेगेटिव पाए गए हैं.
- प्रवासी मजदूरों के लिए राज्य में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं.
- वर्तमान में 13,000 प्रवासी मजदूरों को इन शिविरों में शरण ली है
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इसके साथ ही सीएम ने कहा कि राज्य के पांच जिलों में ऐसे 107 विदेशों से आए हुए व्यक्तियों सहित 1277 लोगों की पहचान की गई है और विदेशों से आए हुए व्यक्तियों का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं और उसी के अनुसार कार्रवाई की जा रही है.