चंडीगढ़/दिल्ली: पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने जेजेपी ज्वाइन कर ली है. तेज बहादुर यादव जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में जननायक जनता पार्टी में शामिल हुए. संभावना जताई जा रही है कि जेजेपी उन्हें विधानसभा चुनाव में सीएम खट्टर के खिलाफ मैदान में उतारेगी.
जेजेपी में शामिल होने के बाद तेज बहादुर ने कहा कि वे जेजेपी की नीतियों से प्रभावित हैं और चौधरी देवीलाल की सोच रखने वाले दुष्यंत चौटाला ही हरियाणा का भविष्य हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में उन्हें जो भी जिम्मेवारी दी जाएगी उसे जरूर निभाएंगे.
मनोहर लाल के सामने चुनाव लड़ेंगे तेज बहादुर
बीते दिनों बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर ने एक वीडियो जारी की थी. इस वीडियो में तेज बहादुर सीएम मनोहर लाल के सामने चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं. इससे पहले लोकसभा चुनाव में तेज बहादुर ने पीएम मोदी के खिलाफ बनारस सीट से चुनाव लड़ने की कोशिश की थी, लेकिन कागजों में कोई कमी होने की वजह से चुनाव आयोग ने उनका नॉमिनेशन निरस्त कर दिया था.
पीएम के खिलाफ भी भरा था नामांकन
गौरतलब है कि सेना में मिलने वाले खाने की आलोचना करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के बाद चर्चा में आए तेज बहादुर यादव ने पिछले लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ नामांकन भरा था. तेज बहादुर ने समाज वादी पार्टी की टिकट पर वाराणसी सीट से नामांकन दाखिल किया, लेकिन तेज बहादुर को अयोग्य साबित कर दिया गया.
कौन हैं तेज बहादुर?
तेज बहादुर यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव राता कला के रहने वाले हैं. तेज बहादुर 10वीं परीक्षा पास करने के बाद 21 वर्ष की आयु में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. तेज बहादुर ने सेना में मिलने वाले खाने की वीडियो बनाकर वायरल की थी जो देश-विदेश की सुर्खियां बनी थी. सेना का अपमान और अंदरूनी बातों को लीक करने के आरोपी में तेज बहादुर को अप्रैल 2017 में बीएसएफ से बर्खास्त कर दिया गया था.
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कांग्रेस छोड़कर जेजेपी में शामिल हुए सतविंदर राणा
पूर्व विधायक सतविंदर राणा भी जेजेपी में शामिल हो गए हैं. सतविंदर राणा ने कांग्रेस छोड़कर जेजेपी का दामन थामा है. सतविंदर राणा 1996 और 2005 में राजौंद से विधायक बने थे. कालका से 2009 और 2014 में सतविंदर राणा ने चुनाव लड़ा था. वहीं कांग्रेस पार्टी में 2007 से लेकर 2014 तक सतविंदर राणा ने प्रदेश महासचिव का पद संभाला था.