चंडीगढ़: चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में कार्यरत टीचर्स को भले ही इस बार गर्मियों की छुट्टियां मिल रही हैं, लेकिन उन छुट्टियों में वो शहर छोड़कर दूसरी जगह नहीं जा पाएंगे. बता दें कि कोरोना महामारी के चलते मई महीने के पहले सप्ताह से स्कूलों की छुट्टियां होने की घोषणा होने जा रही है.
गर्मी की छुट्टियां पूरा एक महीने तक रहेंगी. टीचर्स के लिए राहत की बात ये है कि उन्हें स्टूडेंट्स को ऑनलाइन नहीं पढ़ाना होगा, लेकिन टीचर्स को कोविड-19 में डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत सेवाएं देने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा. इस संबंध में शिक्षा विभाग की ओर से फाइल तैयार हो चुकी है, जिस पर डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन और सचिव की मुहर लगना बाकी रह गया है.
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स्कूलों टीचर्स को कोविड-19 में सेवाएं देने के लिए ही बुलाया जा सकता है, जबकि स्कूल हेडमास्टर और प्रिंसिपल को स्कूल को मैंटेन रखने के लिए रूटीन में आना होग. हेड और प्रिंसिपल के साथ फोर्थ क्लास और थर्ल्ड क्लास कर्मचारियों को रोस्टर के अनुसार 50 फीसद संख्या में रोजाना स्कूल आना होगा.
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वैक्सीन के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे टीचर्स
हेड और प्रिसिंपल के स्कूल आने का एक मुख्य कारण ये भी है कि इन छुट्टियों के दौरान स्कूलों में वैक्सीनेशन कैंप लगाया जाएगा. 30 मई तक शहर के सभी स्कूलों में वैक्सीनेशन होंगे. वहीं दूसरी तरफ टीचर्स को वैक्सीनेशन जागरुकता का काम दिया जाएगा, जिसमें टीचर्स रूटीन में मार्केट और जगह-जगह घूमकर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे, ताकि वैक्सीनेशन का काम जल्द से जल्द पूरा हो सके.