चंडीगढ़ः हरियाणा में पोलियो को पूरी तरह से खत्म करने के लिये सब नेशनल पोलियो अभियान (Sub National Polio Campaign in Haryana) शुरू किया जाएगा. अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जी. अनुपमा ने बताया कि 18 सितम्बर से अभियान की शुरूआत की जाएगी. शुरूआत में हरियाणा के 6 जिलों कैथल, फरीदाबाद, गुरूग्राम, झज्जर, मेवात एवं सोनीपत में पोलियो अभियान चलाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय इस अभियान में इन जिलों के 13 लाख 43 हजार से अधिक बच्चों को पोलियो की खुराक (Polio Campaign in Haryana) पिलाई जाएगी. इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा चुकी हैं. अतिरिक्त मुख्य सचिव पोलियो अभियान के तहत बनाई गई राज्य स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की अध्यक्षता कर रही थी. बैठक में कैथल, फरीदाबाद, गुरूग्राम, झज्जर, मेवात एवं सोनीपत के सिविल सर्जन भी वीसी के माध्यम से जुडे़.
एसीएस ने संबंधित सिविल सर्जन को जिलों में पोलियो बूथ टीमों के बढाने के निर्देश दिये. ताकि बच्चों को पोलियों ड्रॉप्स पिलाने का लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सके. उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा पोलियो खुराक से वंचित न रहे. उन्होंने कहा कि स्लम बस्तियों, ईंट भट्ठों, पोल्ट्री फार्म, स्टोन क्रेशर, निर्माण स्थल के साथ-साथ ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवारों तक पोलियो ड्रॉप्स पहुंचना सुनिश्चित किया जाए.
उन्होंने कहा कि सभी उपायुक्तों के साथ जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक आयोजित कर मोबाइल एवं ट्रांजिट टीमें भी बढाई जाएं. इसके अलावा व्यापक स्तर पर आईईसी गतिविधियों को बढावा दिया जाए. उन्होंने कहा कि बस स्टेण्ड, रेलवे स्टेशनों पर भी पोलियो बूथ बनाए जाएं ताकि उस दिन आवागमन करने वाले बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा सके.
लगातार तीन दिन तक चलने वाले सब नेशनल पोलिया अभियान (Sub national polio campaign Haryana) के तहत आंगनबाडी केन्द्रों पर विशेष फोकस रखा जाए. 18 सितम्बर रविवार को आंगनबाडी केन्द्र खुले रहेंगे. उनमें बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी. इसके अलावा 19 व 20 सितम्बर को विभाग की टीमें घर घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाएंगी. उन्होंने कहा कि पोलियो अभियान के तहत कोविड-19 नियमों का पूर्ण रूप से पालन किया जाएगा.
एसीएस ने बताया कि 2011 में भारत पोलियो मुक्त देश बन (India polio free country) गया था. लेकिन विदेशों से आने जाने वालों के कारण पोलियो अभियान चलाया जा रहा है. ताकि फिर पोलियो का कोई केस प्रदेश में न आए. इस अभियान में सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का सहयोग लिया जाएगा.