चंडीगढ़: स्ट्रीट वेंडर्स ने नगर निगम और चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ मुंह पर कपड़ा बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. सभी वेंडर्स ने संयुक्त एक्शन एसोसिएशन के बैनर तले प्रदर्शन किया. आपको बता दें कि हाई कोर्ट की तरफ से ये निर्देश जारी किए गए हैं कि चंडीगढ़ में बैठे अवैध वेंडर्स को हटाया जाएगा. रजिस्टर्ड वेंडर्स को प्रशासन की ओर से तय किए गए वेंडर जोन में भेजा जाएगा.
वेंडर्स का प्रदर्शन
वेंडर्स का कहना है कि प्रशासन की ओर से टाउन वेंडिंग कमेटी में कई सारी अनियमित्ताएं बरती गई हैं. प्रशासन ने अपनी मर्जी से लोगों के लाइसेंस बना दिए और जो लोग पिछले 40 साल से अपनी रेहड़ी लगा रहे हैं उनका लाइसेंस नहीं बनाया गया है. प्रशासनिक अधिकारियों ने कई लोगों के सिर्फ आधार कार्ड देख कर ही उनके लाइसेंस बना दिए जबकि कुछ लोग दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं. प्रशासन हमारे पेट पर लात मारने में लगा हुआ है.
सुनसान इलाके में वेंडर्स जोन
वेंडर्स जॉन को लेकर इन लोगों ने कहा एक तरफ तो सरकार महिलाओं की सुरक्षा की बात करती है और दूसरी ओर रेहड़ी लगाने वाली महिलाओं के साथ मजाक किया है. बहुत-सी महिला वेंडर्स को आईटी पार्क में बनाए गए वेंडर जोन में भेज दिया गया है. जो सुनसान इलाका है. वहां पर लोगों का आना जाना बहुत कम है.
महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं वेंडर जोन
इससे महिला वेंडर्स का आर्थिक नुकसान होगा. उस इलाके में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. उनके साथ किसी भी तरीके का अपराध हो सकता है, लेकिन प्रशासन ने इन सब बातों को दरकिनार करते हुए एक सुनसान इलाके में वेंडर्स जोन बना दिया और अब लोगों को वहां पर शिफ्ट करने के लिए जबरदस्ती कर रहा है. वेंडर्स का साफ कहना है कि चाहे प्रशासन कोई भी कार्रवाई करे, उन पर कितनी भी कड़ी कार्रवाई की जाए, लेकिन वेंडर्स फिर भी अपनी जगह नहीं छोड़ेंगे. वे प्रशासन के बनाए हुए वेंडर जोन में नहीं जाएंगे.
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6 दिसंबर को प्रशासन करेगा कार्रवाई
आपको बता दें कि हाई कोर्ट की ओर से यह आदेश दिया गया है कि इन वेंडर्स को 5 दिसंबर तक मुख्य बाजारों से हटाकर अलग से बनाए गए वेंडिंग जोन में भेजा जाए. इसके लिए प्रशासन 6 दिसंबर से कार्यवाही शुरू करने की तैयारी में है.