चंडीगढ़: हररियाणा के खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री संदीप सिंह ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री किरेन रीजीजू के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद राज्यमंत्री संदीप सिंह ने बताया कि अगले 4 सालों में हर गांव में यूथ क्लब खोलने का निर्णय लिया है, ताकि ऐसे क्लबों के माध्यम से सामाजिक जागरूकता और सहयोग की भावना को बढ़ाया जा सके.
इसके साथ ही, प्रदेश के प्रत्येक गांव में यूथ क्लब खोलने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन जायेगा. इसके अलावा, प्रदेश में मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस 29 अगस्त को एकल स्पर्धाएं करवाई जाएंगी.
'खेल पुनर्वास केंद्र खोलने के लिए किया अनुरोध'
राज्य मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि इस बैठक के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से प्रदेश में और साई एवं खेल पुनर्वास केंद्र खोलने का अनुरोध किया. उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी के दौरान प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आह्वान पर वालंटियर्स कार्यक्रम के तहत 89,424 स्वयंसेवकों ने पंजीकरण करवाया. जिनमें स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के निवारण के लिए 1361 डॉक्टर, 1172 नर्सिस, 3003 पैरामेडिक्स तथा 237 टेलीकंसलटेंट शामिल हैं. प्रदेश में वालंटियर्स की तरफ से किये गये कार्यों को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से भी सराहना की गई है.
'फसल खरीद में भी वालंटियर्स ने की मदद'
उन्होंने बताया कि रबी की खरीद में भी इन वालंटियर्स की मदद ली गई. इसके अलावा प्रदेश के खेल परिसरों को सैनेटाइज करवा कर खरीद केंद्र के रूप में प्रयोग किया गया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 336 खेल नर्सरियां चलाई जा रहीं हैं जिनमें राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल करने वाले योग्य खिलाडिय़ों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है. हर नर्सरी में 8-14 वर्ष तथा 15-19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाता है.
'योजनाओं को बताने के लिए बन रहा है वेब पोर्टल'
उन्होंने बताया कि अनलॉक-1 तथा 2 के दौरान केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुसरण करते हुए प्रदेश के खेल परिसरों में एक समय पर 8 से 10 खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग, सैनेटाइजेशन तथा फेस मास्क पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि खेल एवं युवा मामले विभाग द्वारा खिलाड़ियों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं हेतु ऑनलाइन आवेदन करने के लिए वेब पोर्टल बनाया जा रहा है. इससे खिलाड़ी स्कॉलरशिप, स्टाइपैंड तथा कैश अवार्ड के लिए भी आवेदन कर सकेंगे. इस पोर्टल के माध्यम से टूर्नामेंट मैनेजमेंट सिस्टम, रिसोर्स मैपिंग सिस्टम, इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम जैसी अनेक सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी.
खेल राज्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान खिलाडिय़ों को व्हाट्सएप, फेसबुक तथा यू-टयूब के माध्यम से उनकी कमजोरियों के सुधार के लिए प्रशिक्षण दिया गया. उन्होंने बताया कि खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत हरियाणा ने हमेशा अच्छा प्रर्दशन किया है. वर्ष 2017 में प्रदेश ओवरआल चैम्पियन तथा वर्ष 2018 और 2019 में द्वितीय स्थान पर रहा और आशा है कि प्रदेश खेलों में आगे भी अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखेगा.
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