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सबसे बड़ा सेक्स रैकेट चलाने वाली सोनू पंजाबन को कोर्ट ने सुनाई 24 साल की सजा

द्वारका कोर्ट ने सोनू पंजाबन को 24 साल, तो संदीप बेदवाल को 20 साल की सजा सुनाई है. आपको बता दें कि इस मामले में दिल्‍ली पुलिस ने कोर्ट से अधिकतम सजा देने की मांग की थी.

Sonu Punjaban from rohtak
Sonu Punjaban from rohtak
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Published : Jul 22, 2020, 9:54 PM IST

नई दिल्ली/चंडीगढ़: दिल्ली की द्वारका कोर्ट में अपहरण, मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति के मामलों की आरोपी गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन को 24 साल की कैद की सजा सुनाई है. एडिशनल सेशंस जज प्रीतम सिंह ने सोनू पंजाबन की सहयोगी संदीप को भी 20 साल की कैद की सजा सुनाई है. दोनों को एक नाबालिग लड़की के अपहरण रेप और वेश्यावृत्ति के मामले में दोषी करार दिया.

12 साल की नाबालिग को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेला

मामला सितंबर 2009 का है. पुलिस के मुताबिक पीड़िता संदीप के प्रेम के जाल में पड़ गई. संदीप पीड़िता को लक्ष्मी नगर के एक मकान में ले गया और उसके साथ रेप किया. संदीप ने लड़की को सीमा आंटी नामक महिला को बेच दिया. उस समय पीड़िता महज 12 वर्ष की थी. सीमा नामी महिला ने पीड़िता को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया.

ग्राहकों के पास भेजने के पहले नशे की दवाईयां देती थी

पुलिस के मुताबिक सीमा आंटी पीड़िता को नशे का इंजेक्शन देती थी. सीमा आंटी पीड़िता को कई बार बेच चुकी थी. सीमा आंटी ने पीड़िता को एक बार सोनू पंजाबन के हाथों बेच दिया. सोनू पंजाबन उससे जिस्मफरोशी करवाती थी. ग्राहकों के पास भेजने के पहले सोनू पंजाबन पीड़िता को प्रॉक्सीवन और अलप्रेक्स समेत दूसरी नशे की दवाइयां देती थी.

देश के कई हिस्सों में जिस्मफरोशी के मामले दर्ज हैं

पीड़िता ने इसकी शिकायत 9 फरवरी 2014 को नजफगढ़ थाने की पुलिस से की थी. पुलिस ने उसका काउंसलिंग करने के बाद बयान दर्ज किया था. तब उसने अपनी आपबीती सुनाई थी. पीड़िता ने बताया कि उसे हरियाणा और पंजाब भी भेजा गया था. सोनू पंजाबन पर दिल्ली एनसीआर के अलावा देश के कई हिस्सों में जिस्मफरोशी के मामले दर्ज हैं.

हरियाणा की रहने वाली है सोनू पंजाबन

सोनू पंजाबन का असली नाम गीता अरोड़ा है और सोनू पंजाबन का जन्म में हरियाणा के रोहतक में एक पंजाबी परिवार में हुआ था. सोनू के पिता काम की तलाश में दिल्ली आ गए थे और ऑटो चलाते थे. सोनू ने 10वीं तक पढ़ाई की और फिर ब्यूटीशियन कोर्स करने लगी. इस वक्त वह महज 17 साल की थी. सोनू पंजाब के पिता ने विजय नाम के एक लड़के से शादी कर दी जो कि पहले एक कार चुराने वाला अपराधी था. 2004 में विजय से सोनू पंजाबन गर्भवती हुई लेकिन बच्चे के जन्म से पहले ही दिल्ली पुलिस ने विजय को एक एनकाउंटर में मार गिराया.

ये भी पढ़ें- सोनीपत में चाकुओं से गोदकर युवक की बेरहमी से हत्या

विजय के एनकाउंटर के बाद पंजाबन ने दीपक नाम के अपराधी से शादी की थी. जिसको बाद में असम पुलिस ने ढेर कर दिया था. इसके बाद उसने दीपक के भाई हेमंत से शादी की थी और फिर वो गीता अरोड़ा से सोनू पंजाबन बन गई थी. 2006 में हेमंत का भी एनकाउंटर हो गया था. इसके बाद अपने करीबी दोस्त अशोक के साथ मिलकर सोनू पंजाबन वेश्यावृत्ति के धंधे में आ गई और फिर सबसे बड़ा सेक्स रैकेट चलाने लगी.

नई दिल्ली/चंडीगढ़: दिल्ली की द्वारका कोर्ट में अपहरण, मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति के मामलों की आरोपी गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन को 24 साल की कैद की सजा सुनाई है. एडिशनल सेशंस जज प्रीतम सिंह ने सोनू पंजाबन की सहयोगी संदीप को भी 20 साल की कैद की सजा सुनाई है. दोनों को एक नाबालिग लड़की के अपहरण रेप और वेश्यावृत्ति के मामले में दोषी करार दिया.

12 साल की नाबालिग को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेला

मामला सितंबर 2009 का है. पुलिस के मुताबिक पीड़िता संदीप के प्रेम के जाल में पड़ गई. संदीप पीड़िता को लक्ष्मी नगर के एक मकान में ले गया और उसके साथ रेप किया. संदीप ने लड़की को सीमा आंटी नामक महिला को बेच दिया. उस समय पीड़िता महज 12 वर्ष की थी. सीमा नामी महिला ने पीड़िता को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया.

ग्राहकों के पास भेजने के पहले नशे की दवाईयां देती थी

पुलिस के मुताबिक सीमा आंटी पीड़िता को नशे का इंजेक्शन देती थी. सीमा आंटी पीड़िता को कई बार बेच चुकी थी. सीमा आंटी ने पीड़िता को एक बार सोनू पंजाबन के हाथों बेच दिया. सोनू पंजाबन उससे जिस्मफरोशी करवाती थी. ग्राहकों के पास भेजने के पहले सोनू पंजाबन पीड़िता को प्रॉक्सीवन और अलप्रेक्स समेत दूसरी नशे की दवाइयां देती थी.

देश के कई हिस्सों में जिस्मफरोशी के मामले दर्ज हैं

पीड़िता ने इसकी शिकायत 9 फरवरी 2014 को नजफगढ़ थाने की पुलिस से की थी. पुलिस ने उसका काउंसलिंग करने के बाद बयान दर्ज किया था. तब उसने अपनी आपबीती सुनाई थी. पीड़िता ने बताया कि उसे हरियाणा और पंजाब भी भेजा गया था. सोनू पंजाबन पर दिल्ली एनसीआर के अलावा देश के कई हिस्सों में जिस्मफरोशी के मामले दर्ज हैं.

हरियाणा की रहने वाली है सोनू पंजाबन

सोनू पंजाबन का असली नाम गीता अरोड़ा है और सोनू पंजाबन का जन्म में हरियाणा के रोहतक में एक पंजाबी परिवार में हुआ था. सोनू के पिता काम की तलाश में दिल्ली आ गए थे और ऑटो चलाते थे. सोनू ने 10वीं तक पढ़ाई की और फिर ब्यूटीशियन कोर्स करने लगी. इस वक्त वह महज 17 साल की थी. सोनू पंजाब के पिता ने विजय नाम के एक लड़के से शादी कर दी जो कि पहले एक कार चुराने वाला अपराधी था. 2004 में विजय से सोनू पंजाबन गर्भवती हुई लेकिन बच्चे के जन्म से पहले ही दिल्ली पुलिस ने विजय को एक एनकाउंटर में मार गिराया.

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विजय के एनकाउंटर के बाद पंजाबन ने दीपक नाम के अपराधी से शादी की थी. जिसको बाद में असम पुलिस ने ढेर कर दिया था. इसके बाद उसने दीपक के भाई हेमंत से शादी की थी और फिर वो गीता अरोड़ा से सोनू पंजाबन बन गई थी. 2006 में हेमंत का भी एनकाउंटर हो गया था. इसके बाद अपने करीबी दोस्त अशोक के साथ मिलकर सोनू पंजाबन वेश्यावृत्ति के धंधे में आ गई और फिर सबसे बड़ा सेक्स रैकेट चलाने लगी.

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