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उत्तराखंड में कुदरत का कहर, चमोली में बादल फटने से 6 लोग जिंदा दफन, 6 घंटे चला रेस्क्यू - शवों को रेस्क्यू

उत्तराखंड में आसमानी आफत थमने का नाम नहीं ले रही है. चमोली में बादल फटने से 6 लोग जिंदा दफन हो गए है. कई जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

चमोली में बादल फटने से 6 लोग जिंदा दफन
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Published : Aug 12, 2019, 5:57 PM IST

देहरादून/चमोलीः उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. चमोली मे बादल फटने की घटना से लांखी, बांजबगड़ और आली गांव में 3 बच्चे समेत एक महिला, एक युवक और एक युवती की मौत हो गई है. जबकि दो अन्य लोग घायल हैं.

बादल फटने के बाद हो गया तहस-नहस, वीडियो देखें

वहीं इस घटना से गांव के पैदल रास्ते और पेयजल और विद्युत लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के चलते चुफ्लागाड़ नदी के उफान पर आने से घाट बाजार में चार दुकानें नदी के बहाव में बह गईं. इस आपदा में कई लोग लापता और कई मलबे में दबे बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

चमोली में पिछले 48 घंटों से लगातार बारिश हो रही है. इसी क्रम में चमोली जिले की घाट तहसील से 4 जगहों पर बादल फटने और भारी बारिश से हुई घटनाओं में 6 लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. चमोली के अलावा उत्तराखंड के कई हिस्सों से नुकसान की खबरें सामने आई हैं.

पढ़ेंः चमोली में बादल फटने से भारी तबाही, दो लोगों की मौत, कई मलबे में दबे

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार, आसमानी आफत से चमोली जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. जहां सोमवार सुबह घाट तहसील में बादल फटने और भारी बारिश के चलते 3 जगहों पर नुकसान की सूचना मिली है. चमोली जिले के घाट तहसील में बांजबगड़, अलीगांव और लखीगांव में भारी बारिश और बादल फटने के चलते तीन मकान और एक गोशाला मलबे में तब्दील हो गई. इस हादसे में अब तक 6 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है.

बादल फटने की सूचना मिलने पर प्रशासन पुलिस और एसडीआरफ की टीम के साथ स्थानीय लोगों द्वारा लांखी और बांजबगड़ पहुंचकर मलबे में दबे सभी शवों को रेस्क्यू कर बांजबगड़ के पंचायत भवन पहुंचाया है. जहां पर डॉक्टरों की टीम ने शवों का पोस्टमार्टम किया. जबकि घाट बाजार में नदी के किनारे करीब 30 दुकानों को प्रशासन द्वारा सुरक्षा को मद्देनजर खाली करवाया गया है.

घटना में घर में मौजूद शंकर लाल की 8 वर्षीय बेटी आरती और 6 वर्षीय अंजली और 24 वर्षीय अजय पुत्र सुरेंद्र लाल निवासी नोरख पीपलकोटी कि मलबे में दबने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. 6 घंटे की मशक्कत के बाद स्थानीय और एसडीआरएफ द्वारा शवों को दोपहर 12:00 बजे तक निकाला जा सका.

इस दौरान बांजबगड़ गांव में हुए भूस्खलन से स्थानीय निवासी अब्बल सिंह के आवासीय भवन का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है. घटना में अब्बल सिंह की 33 वर्षीय पत्नी रूपा देवी और 9 माह की बेटी चंदा की भी मलबे में दबने से मौत हो गई. जबकि आली गांव में भूस्खलन की चपेट में आने से नैनू राम का भवन क्षतिग्रस्त होने से उसकी 20 वर्षीय पुत्री नोरती की भी मौत हो गई. घटना में दो गौशालाओं के क्षतिग्रस्त होने से 45 बकरियां दो गाय एक बछड़ा जिंदा दफन हो गए.

पढ़ेंः पहाड़ों पर बढ़ सकती है मुश्किलें, उत्तराखंड के 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

ईटीवी भारत की टीम पहुंची स्टेट कंट्रोल रूम
ईटीवी भारत की टीम ने उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के स्टेट कंट्रोल रूम का जायजा लिया. स्टेट कंट्रोल रूम में मौजूद नोडल अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेशभर की तमाम छोटी-बड़ी घटनाओं पर नजर रखी जा रही है और सभी जगह बचाव और रेस्क्यू का काम लगातार जारी है.

देहरादून/चमोलीः उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. चमोली मे बादल फटने की घटना से लांखी, बांजबगड़ और आली गांव में 3 बच्चे समेत एक महिला, एक युवक और एक युवती की मौत हो गई है. जबकि दो अन्य लोग घायल हैं.

बादल फटने के बाद हो गया तहस-नहस, वीडियो देखें

वहीं इस घटना से गांव के पैदल रास्ते और पेयजल और विद्युत लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के चलते चुफ्लागाड़ नदी के उफान पर आने से घाट बाजार में चार दुकानें नदी के बहाव में बह गईं. इस आपदा में कई लोग लापता और कई मलबे में दबे बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

चमोली में पिछले 48 घंटों से लगातार बारिश हो रही है. इसी क्रम में चमोली जिले की घाट तहसील से 4 जगहों पर बादल फटने और भारी बारिश से हुई घटनाओं में 6 लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. चमोली के अलावा उत्तराखंड के कई हिस्सों से नुकसान की खबरें सामने आई हैं.

पढ़ेंः चमोली में बादल फटने से भारी तबाही, दो लोगों की मौत, कई मलबे में दबे

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार, आसमानी आफत से चमोली जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. जहां सोमवार सुबह घाट तहसील में बादल फटने और भारी बारिश के चलते 3 जगहों पर नुकसान की सूचना मिली है. चमोली जिले के घाट तहसील में बांजबगड़, अलीगांव और लखीगांव में भारी बारिश और बादल फटने के चलते तीन मकान और एक गोशाला मलबे में तब्दील हो गई. इस हादसे में अब तक 6 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है.

बादल फटने की सूचना मिलने पर प्रशासन पुलिस और एसडीआरफ की टीम के साथ स्थानीय लोगों द्वारा लांखी और बांजबगड़ पहुंचकर मलबे में दबे सभी शवों को रेस्क्यू कर बांजबगड़ के पंचायत भवन पहुंचाया है. जहां पर डॉक्टरों की टीम ने शवों का पोस्टमार्टम किया. जबकि घाट बाजार में नदी के किनारे करीब 30 दुकानों को प्रशासन द्वारा सुरक्षा को मद्देनजर खाली करवाया गया है.

घटना में घर में मौजूद शंकर लाल की 8 वर्षीय बेटी आरती और 6 वर्षीय अंजली और 24 वर्षीय अजय पुत्र सुरेंद्र लाल निवासी नोरख पीपलकोटी कि मलबे में दबने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. 6 घंटे की मशक्कत के बाद स्थानीय और एसडीआरएफ द्वारा शवों को दोपहर 12:00 बजे तक निकाला जा सका.

इस दौरान बांजबगड़ गांव में हुए भूस्खलन से स्थानीय निवासी अब्बल सिंह के आवासीय भवन का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है. घटना में अब्बल सिंह की 33 वर्षीय पत्नी रूपा देवी और 9 माह की बेटी चंदा की भी मलबे में दबने से मौत हो गई. जबकि आली गांव में भूस्खलन की चपेट में आने से नैनू राम का भवन क्षतिग्रस्त होने से उसकी 20 वर्षीय पुत्री नोरती की भी मौत हो गई. घटना में दो गौशालाओं के क्षतिग्रस्त होने से 45 बकरियां दो गाय एक बछड़ा जिंदा दफन हो गए.

पढ़ेंः पहाड़ों पर बढ़ सकती है मुश्किलें, उत्तराखंड के 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

ईटीवी भारत की टीम पहुंची स्टेट कंट्रोल रूम
ईटीवी भारत की टीम ने उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के स्टेट कंट्रोल रूम का जायजा लिया. स्टेट कंट्रोल रूम में मौजूद नोडल अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेशभर की तमाम छोटी-बड़ी घटनाओं पर नजर रखी जा रही है और सभी जगह बचाव और रेस्क्यू का काम लगातार जारी है.

Intro:summary- उत्तराखंड में प्रकृति का कहर जारी, चमोली में बादल फटने से 6 कई मौत, 95 छोटे और 6 जगह से राष्ट्रिय राजमार्ग अवरुद्ध, राहत और बचाव कार्य जारी

एंकर- उत्तराखंड में पिछले 48 घण्टों से उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के बाद चमोली जिले की घाट तहसील से 4 जगहों पर बादल फटने और भारी बारिश से हुई घटनाओं में 6 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं कई घायल है। इसके अलावा राज्य में 95 छोटे बड़े मार्ग बंद है तो वहीं 6 से ज्यादा जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध है जिन्हें खोलने का काम जारी है।








Body:वीओ- उत्तराखंड तबातोड़ मानसून के चलते आसमान से बरसती आफत का दौर लगातार जारी है। पिछले 48 घण्टों से उत्तराखंड के पहाड़ों से लेकर मैदानों में लगातार हो रही बारिश के बाद प्रदेश के कई हिस्सों से नुकसान की खबरें सामने आई है तो कई जगहों के सम्पर्क मार्ग भी भारी बारिश के चलते अवरुद्ध हो गया है।

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार चमोली जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है जहां आज सुबह घाट तहसील के अंतर्गत बादल फटने और भारी बारिश के चलते तीन जगहों पर नुकसान की सूचना मिली है। चमोली जिले के घाट तहसील में बांजबगड, अलीगांव और लखीगांव में भारी बारिश और बादल फटने के चलते तीन मकान एक गौशाला पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिसमें अब तक 6 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।

1- बांधवगढ़ गांव में हुई घटना--
मृतक- 2 (एक महिला, एक बच्ची)
1- रूपा देवी, उम्र 35 वर्ष
2- कुमारी चंद्रा उम्र 9 महीने
अन्य नुकसान-
मकान- 1 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त
पशु हानि- दो बैल,एक भैंस, दो गाय, एक बछड़ा और 40 बकरियां

2- आलीगांव में हुई घटना--
मृतक- 1 (एक लड़की)
2- नौरती उम्र 21 वर्ष
अन्य नुकसान-
मकान- 1 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त

1- लाखीगांव में हुई घटना--
मृतक- 3 लगभग
1- कुमारी आरती उम्र 8 वर्ष
2- कुमारी अंजली
3- अजय उम्र 24 वर्ष
अन्य नुकसान-
मकान- 1 मकान और 1 गौशाला पूरी तरह से क्षतिग्रस्त

तो ही इसके अलावा पिछले कई घंटों से लगातार हो रही बारिश के बाद प्रदेश के कई संपर्क मार्ग भी अवरुद्ध है जिनके चलते कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश भर के तकरीबन 95 शहरी ग्रामीण छोटे मार्ग अवरुद्ध है।

और अगर राष्ट्रीय राजमार्गों की बात करें तो
-ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पागलनाला, टगड़ी, बाजपुर और लामबगड़ मैं अवरुद्ध है।
-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी आगरा खाल के पास अवरुद्ध है और
-पिथौरागढ़ में भी राष्ट्रीय राजमार्ग एक जगह पर अवरुद्ध है।

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के स्टेट कंट्रोल रूम का ईटीवी भारत ने जायजा लिया। स्टेट कंट्रोल रूम में मोजूद नोडल अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश भर की तमाम छोटी-बड़ी घटनाओं पर नजर रखी जा रही है और सभी जगह बचाव और रेस्क्यू का काम लगातार जारी है तो वही मार्गों को खोलने की भी प्रक्रिया लगातार जारी है।

स्टेट कंट्रोल रूम वॉक थ्रो और नोडल अधिकारी अतुल कुमार सिंह से बातचीत


Conclusion:
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