चंडीगढ़: कबूतरबाजों के जाल को जड़ से खत्म करने के लिए बनाई गई एसआईटी ने 400 ट्रैवल एजेंटों पर शिकंजा कसा है. प्रदेश सरकार के आदेश के बाद कबूतरबाजी के 254 मामले दर्ज किए गए हैं. लॉकडाउन के बाद विदेशों से लौटे हरियाणा के लोगों ने गृह विभाग को कबूतरबाजों पर कार्रवाई की शिकायत दी थी. जिसके बाद गृह विभाग की ओर से गठित की गई एसआईटी ने अपनी जांच में कई अहम सुराग इकट्ठे किए हैं.
एसआईटी के पास 400 से अधिक मौजूदा समय में केस आ चुके हैं. अब तक ढाई दर्जन कबूतर बाजों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. एसआईटी का नेतृत्व करनाल रेंज की आईजी भारती अरोड़ा कर रही हैं. गृहमंत्री अनिल विज ने रविवार को ट्रेवल एजेंटों की जांच कर रही एसआईटी चीफ एवं करनाल रेंज की आईजी भारतीय अरोड़ा से इस जांच को लेकर बातचीत की. अनिल विज ने एसआईटी को जांच में तेजी लाने और फर्जी ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
बता दें प्रदेश में लॉकडाउन के बाद अमेरिका से करीब 100 लोग चंडीगढ़ आए थे. जिनसे पता चला था कि उन्हें फर्जी तरीके से ट्रेवल एजेंटों द्वारा मोटी रकम लेने के बाज विदेश भेजा गया था. मोटी रकम लेने के बाद भी उन्हें सही तरीके से अमेरिका नहीं पहुंचाया गया था. इसके चलते अनिल विज ने करनाल रेंज की आईजी भारती अरोड़ा के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन कर इस मामले की जांच करवाए जाने के आदेश जारी किए.
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इस एसआईटी में छह एसपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं. इनके अलावा डीएसपी और इंस्पेक्टर स्तर के कई अधिकारी भी इस जांच टीम का हिस्सा हैं. गृह विभाग के आदेशों पर पुलिस द्वारा ऐसे एजेंटों के खिलाफ कबूतरबाजी के 254 अभियोग दर्ज किए गए हैं. इनके अलावा कबूतर बाजी के 156 नए मामले दर्ज किए गए इन सभी मामलों की जांच एसआईटी द्वारा की जा रही है.