चंडीगढ़: आज के समय में तनाव भरी जीवनशैली से हर एक व्यक्ति परेशान है. ऐसे में तनाव को दूर करने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने एक नई पहल की शुरुआत करने जा रही है. चंडीगढ़ पुलिस ने पुलिसकर्मियों में मानसिक तनाव को देखते हुए आर्ट ऑफ लिविंग के साथ समझौता किया है. आर्ट ऑफ लिविंग के साथ चंडीगढ़ पुलिस ने किए एमओयू के मुताबिक, आर्ट ऑफ लिविंग के विशेषज्ञ हर महीने 125 पुरुष पुलिसकर्मी और महिला पुलिसकर्मियों के बैच को प्रशिक्षित करेंगे. ऐसे में उनकी तनाव, चिंता को कम करने और पुलिसकर्मियों के जीवन को शांत बनाने के उद्देश्य से चंडीगढ़ पुलिस और आर्ट ऑफ लिविंग के बीच गुरुवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए.
एमओयू के मुताबिक, आर्ट ऑफ लिविंग के विशेषज्ञ हर महीने महिलाओं समेत 125 पुलिसकर्मियों के बैच में कर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे. समझौता के दौरान चंडीगढ़ पुलिस के आईजी (यूटी) राज कुमार सिंह, डीआईजी (यूटी) दीपक पुरोहित और आर्ट ऑफ लिविंग के व्यक्ति विकास केंद्र इंडिया के अध्यक्ष प्रसन्ना प्रभु की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए.
पुलिस लाइन, सेक्टर-26 में बहुउद्देशीय हॉल में योग और ध्यान तकनीकों का एक लघु प्रदर्शन पाउला मुखर्जी (पॉलोमी), क्षेत्रीय निदेशक, सरकारी कार्यक्रम और संतोष, राज्य निदेशक, सरकारी कार्यक्रम, व्यक्ति विकास केंद्र इंडिया, द आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा प्रस्तुत किया गया. सत्र में 125 पुलिसकर्मियों के साथ वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. योग सत्र में शामिल होने वाले पुलिस अधिकारियों के साथ एसएसपी कंवरदीप कौर, एसएसपी मनीषा चौधरी, एसपी केतन बंसल और एसपी श्रुति अरोड़ा भी मौजूद रहीं.
इस दौरान आईजी राज कुमार सिंह ने कहा कि इस समझौता ज्ञापन का मुख्य उद्देश्य चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को तनाव, चिंता, नकारात्मकता से छुटकारा पाने और तनाव मुक्त रहने के लिए सरल और व्यावहारिक उपकरणों और तकनीकों से लैस करना है.
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