चंडीगढ़: जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं बन जाती तबतक हमें इस वैश्विक महामारी के साथ जीने की आदत डालनी होगी. केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कई तरह की हिदायतें और कानून बनाए गए हैं, ताकि हमारा काम भी चल सके और हम कोरोना का शिकार बनने से भी बच जाएं, लेकिन क्या इन नियम-कायदों को हम और आप मान रहे हैं? ये जानने के लिए ईटीवी भारत ग्राउंड जीरो पर पहुंचा और जाना कि आखिर चंडीगढ़ के मैन बाजार और मंडियों में किस तरह की एतिहायत बरता जा रहा है
ईटीवी भारत की पड़ताल में क्या निकलकर सामने आया है ? ये जानने से पहले आप पहले ये जान लीजिए कि आखिर चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से दुकानदारों और ग्राहकों के लिए क्या नियम बनाए गए हैं?
चंडीगढ़ में दुकानों के लिए नियम
- चंडीगढ़ में सुबह 10 से रात 8 बजे तक खुलेंगी दुकानें
- दुकानों और संस्थाओं में कम से कम बुलाया जाएगा स्टाफ
- दुकान में ग्राहकों के लिए सैनिटाइजेशन और मास्क का इंतजाम होना अनिवार्य
- बिना मास्क ग्राहक को दुकान में नहीं मिलेगी एंट्री
- दुकान में एक वक्त में कम से कम लोग हो मौजूद
- सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जाए ध्यान
- मंडी में सिर्फ लाइसेंस वाले वेंडर्स को आने की अनुमति
- मंडी आते वक्त वैंडर्स की होगी थर्मल स्क्रीनिंग
ईटीवी भारत ने चंडीगढ़ के मुख्य बाजारों में जाकर इस बात का जायजा लिया कि वहां पर इन नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं ? हमने चंडीगढ़ के सबसे बड़े और भीड़ वाले शॉपिंग कंपलेक्स सेक्टर 17 प्लाजा, सेक्टर 22 की शास्त्री मार्केट और सेक्टर 17 में लगने वाली मुख्य सब्जी मंडी का मुआयना किया.
सेक्टर 17 में रखा जा रहा पूरा ध्यान
अपनी पड़ताल के दौरान ईटीवी भारत की टीम सबसे पहले सेक्टर 17 के मार्केट पहुंची. यहां हमने मार्केट के पदाधिकारियों से मार्केट के हालात के बारे में जानकारी हासिल की. चंडीगढ़ व्यापार मंडल के महासचिव संजीव चड्ढा ने बताया सेक्टर 17 के शोरूम में सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. जो भी ग्राहक शोरूम में आता है पहले उसके हाथों को अच्छे से सैनिटाइज किया जाता है. बिना मास्क पहने ग्राहकों को अंदर एंट्री नहीं दी जाती है. जहां तक बात सोशल डिस्टेंसिंग की है तो फिलहाल हर दुकानदार ग्राहकों की कमी से जूझ रहा है तो इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग तो अपने आप ही हो जाती है. इसके अलावा शोरूम में भीड़ कम करने के लिए कम स्टाफ को ही बुलाया जा रहा है.
सेक्टर 17 में ही एक शोरूम के मालिक आशुतोष वरमानी ने कहा कि यहां आने वाले ज्यादातर ग्राहक लापरवाह हैं. ग्राहक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो मास्क तक नहीं पहनते हैं.
सेक्टर 17 की मार्केट पहुंचे ग्राहकों ने बताया कि वो सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन के नियमों का पालन कर रहे हैं. वो बिना मास्क पहने घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. साथ ही सैनिटाइजर भी अपने साथ रखते हैं और जिन दुकानों में भीड़ होती है, वहां वो जाने से बचते हैं.
मंडी में सुरक्षा राम भरोसे !
सेक्टर 17 के मुख्य बाजार के बाद ईटीवी भारत की टीम सेक्टर 17 में अस्थाई रूप से चलाई जा रही चंडीगढ़ की मुख्य सब्जी मंडी में पहुंची. बता दें कि ये मंडी चंडीगढ़ की सबसे मुख्य मंडी है. जहां कई राज्यों के लोग आकर व्यापार करते हैं, लेकिन पड़ताल के दौरान मंडी में काफी गंदगी देखने को मिली. पूरी सब्जी मंडी में गली सड़ी सब्जियां बिखरी पड़ी थी और हर तरफ बदबू फैली थी.
ना थर्मल स्क्रीनिंग, ना सोशल डिस्टेंसिंग
मंडी में मौजूद दुकानदारों और ग्राहकों ने बताया कि मंडी में किसी तरह की कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं है. लोग बेहद पास खड़े होकर सब्जियां खरीद-बेच रहे हैं. हालांकि ज्यादातर लोगों ने मास्क पहने हैं लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्होंने सही तरीके से मास्क नहीं पहने हैं. जिससे मास्क पहनने का कोई फायदा नहीं होगा.
हर रोज मंडी आ रहे हजारों ग्राहक
आपको बता दें चंडीगढ़ सेक्टर 17 की मंडी में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद यहां पर किसी तरह के नियमों की पालना नहीं की जा रही है. इस मंडी में हर रोज हजारों लोग आते हैं, जिससे यहां पर काफी भीड़ रहती है. ऐसे में मंडी में नियमों का पालन करना बेहद जरूरी हो जाता है. लेकिन यहां पर ना तो सैनिटाइजेशन टर्नल लगाए गए हैं और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा.
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चंडीगढ़ मंडी की तुलना में शोरूम और बाजारों में नियमों का ज्यादा ध्यान रखा जा रहा है. वहां सैनिटाइजेशन से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग तक की पालना काफी हद तक की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ चंडीगढ़ सेक्टर 17 की मंडी में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद भी यहां लोग बेखौफ होकर सब्जियां खरीद और बेच रहे हैं. मानों देश में कोरोना नाम कोई बीमारी हो ही नहीं.