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कैदी की खुराक से नहीं भर रहा सुशील का पेट, ज्यादा खाना देने की मांग

सागर धनकड़ हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी सुशील कुमार जेल में मिलने वाले खाने को लेकर परेशान है. बुधवार रात जेल पहुंचने पर सुशील ने खाना नहीं खाया था, लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को उसने खाना खाया.

sushil kumar
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Published : Jun 5, 2021, 12:23 PM IST

नई दिल्ली/चंडीगढ़: सागर धनखड़ हत्या (sagar dhankhar murder case) मामले में जेल के भीतर पहुंचे सुशील कुमार (sushil kumar) को कैदियों को मिलने वाला खाना कम पड़ रहा है. इस खुराक से उसका पेट नहीं भर रहा है. इसके चलते उन्होंने जेल प्रशासन से मांग की है कि उनके लिए खाने की खुराक बढ़ायी जाए.

इसके अलावा उनके खाने में प्रोटीन की उचित मात्रा भी मौजूद हो. जेल प्रशासन ने अगर ऐसा नहीं किया तो वह अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं.

पढ़ें- दिल्ली हाई कोर्ट ने दिए पहलवान सागर हत्याकांड के चश्मदीदों को सुरक्षा देने के आदेश

जानकारी के अनुसार, सागर धनकड़ हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी सुशील कुमार को 9 दिन की न्यायिक हिरासत में अदालत ने भेजा है. सुशील को बुधवार देर रात मंडोली जेल संख्या 15 में रखा गया है. बुधवार रात जेल पहुंचने पर सुशील ने खाना नहीं खाया था, लेकिन गुरुवार एवं शुक्रवार को उसने खाना खाया.

जेल के भीतर खाने में प्रत्येक कैदी को आठ रोटी, सब्जी, 2 टाइम चाय और चार बिस्किट दिए जाते हैं. गुरुवार और शुक्रवार को सुशील को भी यही खाना दिया गया, लेकिन पहलवान होने के चलते उसकी डाइट इससे काफी ज्यादा एवं संतुलित होती है. इसके चलते केवल आठ रोटी से उसका पेट नहीं भरा.

जेल प्रशासन से डाइट बढ़ाने की मांग

सुशील ने जेल प्रसाशन से मांग की है कि उसकी डाइट बढ़ायी जाए. इसके साथ ही उसमें प्रोटीन को भी शामिल किया जाए. सुशील की तरफ से कहा गया है कि वह एक प्रोफेशनल रेसलर है. इसलिए उसके खाने की खुराक ज्यादा एवं संतुलित होती है.

ये भी पढे़ं- सुशील कुमार के खिलाफ ये चार महत्वपूर्ण साक्ष्य बनेंगे गले की फांस

उसे जेल में जो डाइट मिल रही है वह उसके लिए पर्याप्त नहीं है. इस डाइट से उसका शरीर खराब हो जाएगा. इसलिए उसकी डाइट बढ़ायी जाए. सुशील ने जेल प्रशासन से यह भी कहा है कि अगर वह ऐसा नहीं करेंगे तो मजबूर होकर उसे अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा.

जेल की अलग सेल में सुशील

मंडोली जेल संख्या 15 में सुशील को अलग सेल में अकेले रखा गया है. जेल आने से पूर्व उसका कोविड टेस्ट करवाया गया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. जेल पहुंचने पर सभी कैदियों को मंडोली की टेम्परेरी जेल में 14 दिन के लिए क्वारन्टीन करती है. लेकिन सुशील की जान को खतरा बताया गया है. इसलिए उसे अकेले एक सेल में रखा गया है. यहां लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिये उस पर नजर रखी जा रही है.

नई दिल्ली/चंडीगढ़: सागर धनखड़ हत्या (sagar dhankhar murder case) मामले में जेल के भीतर पहुंचे सुशील कुमार (sushil kumar) को कैदियों को मिलने वाला खाना कम पड़ रहा है. इस खुराक से उसका पेट नहीं भर रहा है. इसके चलते उन्होंने जेल प्रशासन से मांग की है कि उनके लिए खाने की खुराक बढ़ायी जाए.

इसके अलावा उनके खाने में प्रोटीन की उचित मात्रा भी मौजूद हो. जेल प्रशासन ने अगर ऐसा नहीं किया तो वह अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं.

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जानकारी के अनुसार, सागर धनकड़ हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी सुशील कुमार को 9 दिन की न्यायिक हिरासत में अदालत ने भेजा है. सुशील को बुधवार देर रात मंडोली जेल संख्या 15 में रखा गया है. बुधवार रात जेल पहुंचने पर सुशील ने खाना नहीं खाया था, लेकिन गुरुवार एवं शुक्रवार को उसने खाना खाया.

जेल के भीतर खाने में प्रत्येक कैदी को आठ रोटी, सब्जी, 2 टाइम चाय और चार बिस्किट दिए जाते हैं. गुरुवार और शुक्रवार को सुशील को भी यही खाना दिया गया, लेकिन पहलवान होने के चलते उसकी डाइट इससे काफी ज्यादा एवं संतुलित होती है. इसके चलते केवल आठ रोटी से उसका पेट नहीं भरा.

जेल प्रशासन से डाइट बढ़ाने की मांग

सुशील ने जेल प्रसाशन से मांग की है कि उसकी डाइट बढ़ायी जाए. इसके साथ ही उसमें प्रोटीन को भी शामिल किया जाए. सुशील की तरफ से कहा गया है कि वह एक प्रोफेशनल रेसलर है. इसलिए उसके खाने की खुराक ज्यादा एवं संतुलित होती है.

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उसे जेल में जो डाइट मिल रही है वह उसके लिए पर्याप्त नहीं है. इस डाइट से उसका शरीर खराब हो जाएगा. इसलिए उसकी डाइट बढ़ायी जाए. सुशील ने जेल प्रशासन से यह भी कहा है कि अगर वह ऐसा नहीं करेंगे तो मजबूर होकर उसे अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा.

जेल की अलग सेल में सुशील

मंडोली जेल संख्या 15 में सुशील को अलग सेल में अकेले रखा गया है. जेल आने से पूर्व उसका कोविड टेस्ट करवाया गया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. जेल पहुंचने पर सभी कैदियों को मंडोली की टेम्परेरी जेल में 14 दिन के लिए क्वारन्टीन करती है. लेकिन सुशील की जान को खतरा बताया गया है. इसलिए उसे अकेले एक सेल में रखा गया है. यहां लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिये उस पर नजर रखी जा रही है.

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