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7 सितंबर तक होगा मेरी फसल-मेरा ब्यौरा का रजिस्ट्रेशन, जानें पूरी प्रक्रिया - हरियाणा किसान स्कीम

मेरी फसल-मेरा ब्यौरा के तहत फसलों का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए किसानों के पास एक और मौका है. सरकार ने रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि बढ़कर 7 सितंबर तक कर दी है.

Registration of meri fasal mera byoura will be done by 7 September
7 सितंबर तक होगी मेरी फसल-मेरा ब्यौरा का रजिस्ट्रेशन
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Published : Sep 1, 2020, 4:54 PM IST

Updated : Sep 1, 2020, 6:34 PM IST

चंडीगढ़: किसान अपनी फसल को सरकार द्वारा निर्धारित न्यून्तम मूल्य पर बेचना चाहते हैं, उन्हें सरकार के हिदायतों के अनुसार आगामी 7 सितंबर 2020 तक अपनी फसल का पंजीकरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा के पोर्टल पर करवाना अनिवार्य है. इस बात की जानकारी सीएम मनोहर लाल ने ट्वीट कर दी.

उन्होंने जानकारी दी कि 'हरियाणा सरकार ने ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ योजना के तहत किसानों द्वारा पंजीकरण करवाने की अंतिम तिथि 7 सितंबर, 2020 तक बढ़ा दी है. अब तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल http://fasal.haryana.gov.in पर 6,37,568 किसानों ने 35,16,663.44 एकड़ जमीन का पंजीकरण कराया है.

उन्होंने बताया कि किसान किसी भी सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800-180-2117 और 1800-180-2060 पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक संपर्क कर सकते हैं.

क्या है 'मेरी फसल, मेरा ब्यौरा' योजना?

सूबे के किसानों की फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन करने के साथ-साथ उन्हें अनाज मंडी में बेचने के लिए 'मेरी फसल, मेरा ब्यौरा' स्कीम मनोहर सरकार ने शुरू की है. जिसमें 2019 के तहत बोई जाने वाली खरीफ फसलों की जानकारी और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों को इस योजना के माध्यम से सीधा-साध मिल सकेगा. इस योजना के तहत गावों में कार्यरत वीएलई सभी किसानों की फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज करवाएंगे जिसके लिए किसानों को कोई भुगतान नहीं करना है. वीएलई को इस कार्य के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सीधे उसके खाते में भुगतान किया जाएगा.

'मेरी फसल, मेरा ब्यौरा' योजना के लाभ

किसानों की सुविधा के लिए गांव में कार्यरत सामान्य सेवा केंद्रों के वीएलई को आदेश दिए गए हैं. जो किसानों की नि:शुल्क मदद करेंगे. किसान चाहें तो घर बैठे भी पोर्टल पर जाकर अपने फसल का विवरण दर्ज कर सकते हैं. हरियाणा सरकार सामान्य सेवा केंद्रों को इस सेवा के बदले पर केवल 5 रूपये का भुगतान करेगी.

मेरी फसल मेरा ब्यौरा रजिस्ट्रेशन पर आने वाली सूचनाओं को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के साथ साझा किया जाएगा. किसानों द्वारा अपलोड की जाने वाली सूचना किसी अन्य कानूनी क्लेम में प्रयोग नहीं की जा सकेगी. इसके अलावा जमाबंदी संबंधी डाटा भी पटवारियों द्वारा साझा किया जाएगा. इससे किसानों की फसलों की खरीद आसान हो जाएगी.

कैसे होगा रजिस्ट्रेशन?

  • मेरी फसल मेरा ब्यौरा में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आधिकारिक बेवसाइट
  • http://fasal.haryana.gov.in पर जाकर आवेदन किया जा सकता है.
  • पंजीकरण करने के लिए बेवसाइट पर (पंजीकरण क्लिक) लिंक पर क्लिक करें.
  • जिसके बाद किसान पंजीकरण फॉर्म खुल जाएगा.
  • रजिस्ट्रेशन के लिए फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी भरें और फॉर्म सब्मिट कर दें
  • पंजीकरण के बाद सारी जानकारी और पंजीकरण संख्या संभाल कर रखें.
  • योजना के मुताबिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसान को प्रति एकड़ 10 रुपये और अधिकतम 50 रुपये दिए जाएंगे.

योजना का मुख्य उद्देश्य

  • किसान की फसल का पंजीकरण और खेत का ब्यौरा.
  • किसानों के लिए एक ही जगह पर सारी सरकारी सुविधाओं की उपलब्धता और समस्या निवारण के लिए प्रयास.
  • कृषि संबंधित जानकारियां समय पर उपलब्ध कराना.
  • खाद्य, बीज, ऋण और कृषि उपकरणों की सब्सिडी समय पर उपलब्ध कराना.
  • फसल की बिजाई-कटाई का समय और मंडी संबंधित जानकारी उपलब्ध कराना.
  • प्राकृतिक आपदा-विपदा के दौरान सही समय पर सहायता दिलाना.

ये भी पढ़िए: हरियाणा में प्लास्टिक वेस्ट से 83 सड़कों को अपग्रेड करेगी सरकार

चंडीगढ़: किसान अपनी फसल को सरकार द्वारा निर्धारित न्यून्तम मूल्य पर बेचना चाहते हैं, उन्हें सरकार के हिदायतों के अनुसार आगामी 7 सितंबर 2020 तक अपनी फसल का पंजीकरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा के पोर्टल पर करवाना अनिवार्य है. इस बात की जानकारी सीएम मनोहर लाल ने ट्वीट कर दी.

उन्होंने जानकारी दी कि 'हरियाणा सरकार ने ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ योजना के तहत किसानों द्वारा पंजीकरण करवाने की अंतिम तिथि 7 सितंबर, 2020 तक बढ़ा दी है. अब तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल http://fasal.haryana.gov.in पर 6,37,568 किसानों ने 35,16,663.44 एकड़ जमीन का पंजीकरण कराया है.

उन्होंने बताया कि किसान किसी भी सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800-180-2117 और 1800-180-2060 पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक संपर्क कर सकते हैं.

क्या है 'मेरी फसल, मेरा ब्यौरा' योजना?

सूबे के किसानों की फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन करने के साथ-साथ उन्हें अनाज मंडी में बेचने के लिए 'मेरी फसल, मेरा ब्यौरा' स्कीम मनोहर सरकार ने शुरू की है. जिसमें 2019 के तहत बोई जाने वाली खरीफ फसलों की जानकारी और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों को इस योजना के माध्यम से सीधा-साध मिल सकेगा. इस योजना के तहत गावों में कार्यरत वीएलई सभी किसानों की फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज करवाएंगे जिसके लिए किसानों को कोई भुगतान नहीं करना है. वीएलई को इस कार्य के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सीधे उसके खाते में भुगतान किया जाएगा.

'मेरी फसल, मेरा ब्यौरा' योजना के लाभ

किसानों की सुविधा के लिए गांव में कार्यरत सामान्य सेवा केंद्रों के वीएलई को आदेश दिए गए हैं. जो किसानों की नि:शुल्क मदद करेंगे. किसान चाहें तो घर बैठे भी पोर्टल पर जाकर अपने फसल का विवरण दर्ज कर सकते हैं. हरियाणा सरकार सामान्य सेवा केंद्रों को इस सेवा के बदले पर केवल 5 रूपये का भुगतान करेगी.

मेरी फसल मेरा ब्यौरा रजिस्ट्रेशन पर आने वाली सूचनाओं को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के साथ साझा किया जाएगा. किसानों द्वारा अपलोड की जाने वाली सूचना किसी अन्य कानूनी क्लेम में प्रयोग नहीं की जा सकेगी. इसके अलावा जमाबंदी संबंधी डाटा भी पटवारियों द्वारा साझा किया जाएगा. इससे किसानों की फसलों की खरीद आसान हो जाएगी.

कैसे होगा रजिस्ट्रेशन?

  • मेरी फसल मेरा ब्यौरा में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आधिकारिक बेवसाइट
  • http://fasal.haryana.gov.in पर जाकर आवेदन किया जा सकता है.
  • पंजीकरण करने के लिए बेवसाइट पर (पंजीकरण क्लिक) लिंक पर क्लिक करें.
  • जिसके बाद किसान पंजीकरण फॉर्म खुल जाएगा.
  • रजिस्ट्रेशन के लिए फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी भरें और फॉर्म सब्मिट कर दें
  • पंजीकरण के बाद सारी जानकारी और पंजीकरण संख्या संभाल कर रखें.
  • योजना के मुताबिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसान को प्रति एकड़ 10 रुपये और अधिकतम 50 रुपये दिए जाएंगे.

योजना का मुख्य उद्देश्य

  • किसान की फसल का पंजीकरण और खेत का ब्यौरा.
  • किसानों के लिए एक ही जगह पर सारी सरकारी सुविधाओं की उपलब्धता और समस्या निवारण के लिए प्रयास.
  • कृषि संबंधित जानकारियां समय पर उपलब्ध कराना.
  • खाद्य, बीज, ऋण और कृषि उपकरणों की सब्सिडी समय पर उपलब्ध कराना.
  • फसल की बिजाई-कटाई का समय और मंडी संबंधित जानकारी उपलब्ध कराना.
  • प्राकृतिक आपदा-विपदा के दौरान सही समय पर सहायता दिलाना.

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Last Updated : Sep 1, 2020, 6:34 PM IST
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