चंडीगढ़: हरियाणा में बिजली की कमी (power shortage in haryana) से आमजन को काफी परेशानी हो रही है. इस बार गर्मी भी पहले के मुकाबले ज्यादा पड़ रही है. लिहाजा बिजली की कमी ने लोगों की परेशानी को दोगुना कर दिया है. हरियाणा में बिजली संकट पर ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि प्रदेश में अभी बिजली की कमी (ranjit chautala on power shortage) है, लेकिन अभी हालात काबू में हैं.
बिजली मंत्री ने कहा कि पिछले 2 सालों में कोरोना काल के समय में प्रदेश की ज्यादातर इंडस्ट्री और अन्य कमर्शियल संस्थान बंद थे. जिसकी वजह से लोगों को किसी भी तरह की बिजली की कमी से नहीं जूझना पड़ा. इस करके बिजली की 100% सप्लाई रही थी. उन्होंने कहा कि जगमग योजना के तहत हरियाणा में सबसे अधिक गांवों को बिजली मुहैय्या करवाई जा रही है. हरियाणा में 6300 से अधिक गांव हैं. जिनमें से 5600 से अधिक गांव इस योजना में आ गए हैं.
उन्होंने कहा कि बिजली की मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है. बिजली की मांग को पूरा करने के लिए सरकार अपने स्तर पर लगातार प्रयास कर रही है. बिजली मंत्री ने कहा कि बिजली संकट उत्पादन की वजह से ही नहीं हो रहा है. एक तो हमारे ज्यादातर गांव में 24 घंटे बिजली का उपयोग होने लगा है. दूसरा एनसीआर का दायरा बढ़ने की वजह से ज्यादातर औद्योगिक गतिविधियां हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र में बढ़ गई हैं. इन क्षेत्रों में कई हाउसिंग कॉलोनियां भी बसती जा रही हैं.
जिसकी वजह से बिजली की खपत भी बढ़ गई है. इसके साथ ही बिजली मंत्री ने जानकारी देते हुए ये भी बताया कि बीते कल हमने पिछले साल के मुकाबले 33 फीसदी अधिक बिजली दी है. जो 17 फीसदी अधिक है. उन्होंने कहा कि क्योंकि बिजली का उपयोग ज्यादा होने लगा है. इसकी वजह से लोगों को समस्या आ रही है. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अभी जो शहर और उद्योगों में बिजली का कट लग रहा है. वो भी कोई ज्यादा बड़ा नहीं है. वो भी 20 मिनट से 1 घंटे के बीच का ही है.
उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले जो हमारी बिजली की कंजप्शन 7894 मेगावाट थी. जबकि हमारे पास करीब 7800 मेगावॉट बिजली थी. यानी सिर्फ 94 मेगावॉट काम थी. मंगलवार को 8530 मेगावाट की जरूरत थी, जबकि हमारे पास करीब 1200 मेगावाट की कमी थी. बिजली मंत्री ने कहा कि जो बिजली की कमी हो रही है. वो जल्द दूर हो जाएगी. सरकार का अदानी पावर से भी समझौता हो गया है और अगले 1 सप्ताह के भीतर अदानी पावर से 1000 मेगावाट बिजली मिलना शुरू हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि अगले 1 सप्ताह के अंदर खेदड़ पावर प्लांट की जो एक यूनिट बंद चल रही है, उसका जो राउटर खराब हुआ है, वो आ जाएगा. जिसके बाद वहां से भी 600 मेगावाट बिजली मिलना शुरू हो जाएगी. जिसके बाद प्रदेश में जो थोड़ी बहुत बिजली की कमी है. वो भी पूरी हो जाएगी. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि अगले 10 से 15 दिनों के अंदर प्रदेश को 2000 मेगावाट से अधिक अतिरिक्त बिजली मिलना शुरू हो जाएगी. बिजली मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि सरकार छत्तीसगढ़ से 350 मेगावाट, मध्यप्रदेश से 150 मेगावाट बिजली लेने जा रही है.
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य को देखते हुए हरियाणा सरकार एक और थर्मल प्लांट लगाने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि यमुनानगर में 750 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट लगाने के लिए सरकार कदम बढ़ा रही है. यानी सरकार भविष्य के हिसाब से तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार के बाद लाइन लॉस 31% था और अब हमारा लाइन लॉस 13.46% रह गया है. उन्होंने कहा कि लाइन लॉस रोकने की वजह से मौजूदा समय में हरियाणा बिजली विभाग प्रॉफिट जा रहा है. कांग्रेस के वक्त में बिजली विभाग 37 हजार करोड़ घाटे में था, जबकि इस वक्त हरियाणा का बिजली विभाग 2000 करोड़ बैंक के मुनाफे में चल रहा है.
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