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शिक्षक भर्ती में ठेका प्रथा हरियाणा सरकार का अन्यायपूर्ण और बुद्धिहीन फैसला- सुरजेवाला - Haryana government to recruitment scam

कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर कड़ा निशाना साधा है और सीएम मनोहर लाल से हरियाणा में हो रही नौकरी भर्ती में (Surjewala on Haryana government to recruitment scam) अनियमितताओं को लेकर जवाब मांगा है.

सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर साधा निशाना
सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर साधा निशाना
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Published : Dec 5, 2022, 6:57 PM IST

चंडीगढ़: कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा में हो रही नौकरी भर्ती अनियमितताओं को लेकर बीजेपी-जेजेपी सरकार को एक बार फिर (Surjewala On Haryana Government) आड़े हाथों लिया है. सुरजेवाला ने सरकार द्वारा पीजीटी-टीजीटी श‌िक्षकों की रेगुलर भर्ती ना कर ठेका प्रथा लागू करना एक अन्यायपूर्ण और बुद्धिहीन फैसला बताया है. सांसद सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर-दुष्यंत सरकार हरियाणा के युवाओं के साथ एक बार फिर भद्दा खिलवाड़ कर रही है.

हरियाणा के सीएम ट्वीट करके केवल झूठी वाहवाही लूट रहे हैं. हरियाणा सरकार द्वारा पीजीटी-टीजीटी भर्ती प्रक्रिया में सिलेक्शन का कोई क्राइटेरिया नहीं है. हरियाणा कौशल रोजगार निगम द्वारा भर्ती प्रक्रिया का (Surjewala on Haryana government) कोई आधार और मापदंड नहीं है. भर्ती प्रक्रिया को सार्वजनिक भी नहीं किया गया है. वहीं सुरजेवाला ने इस भर्ती घोटाले को लेकर खट्टर सरकार से कुछ सवालों के जवाब मांगे.

जिसमें उन्होंने कहा कि क्या पीजीटी की पोस्ट ग्रुप बी गैजेटेड पोस्ट नहीं? क्या साल 2019 में इन्हीं पीजीटी पोस्ट पर रेगुलर भर्ती के लिए HSSP द्वारा विज्ञापन नहीं निकाली गई? इसके साथ ही 2021 में सीएम ने यह कह कर विज्ञापन वापस नहीं लिया की एचएसएससी को भर्ती अधिकार नहीं और भर्ती एचपीएससी करेगा? क्या ये पीजीटी-टीजीटी अध्यापक कभी रेगुलर नौकरी पा सकेंगे. सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार और निगम ये क्यों नहीं बता रहे कि कितने बच्चों ने अप्लाई किया और सिलेक्शन का क्राइटेरिया क्या था.

ये भी पढ़ें- करनाल में दूसरे की जमीन पर व्यक्ति ने ली चार जमानत, कोर्ट के समन पर हुआ खुलासा

जो कैंडिडेट भर्ती हुए हैं उनकी क्वालिफिकेशन और मेरिट क्यों नहीं बताई जा रही. खट्टर सरकार और निगम ने भर्ती किए पीजीटी-टीजीटी के एक्सपीरियंस व आय सर्टिफिकेट की जांच करवाई जाए. इसके साथ ही हरियाणा परिवार पहचान पत्र में घोषित आय से भर्ती हुए कैंडिडेट के द्वारा बताई आय का मिलान भी किया जाए. वहीं कौशल निगम द्वारा पीजीटी-टीजीटी भर्ती में एससी और बीसी वर्गों को आरक्षण दिया गया है के नहीं. सुरजेवाला ने कहा कि सीएम खट्टर हरियाणा के बच्चों को नौकरी के नाम पर झुनझुना थमा कर बरगला रहे हैं.

ये भी पढ़ें- किसानों ने सरकार को दी चेतावनी, मांगें नहीं मानी तो सीएम को घर से नहीं निकलने देंगे

सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार की नीयत हरियाणा कौशल रोजगार निगम (Surjewala on Haryana government)द्वारा हो रही भर्ती प्रक्रिया ने देश में रेगुलर भर्ती के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं. इन भर्ती प्रक्रिया में केवल युवाओं का शोषण होगा. क्योंकि ठेका कर्मियों को पूरी तनख्वाह मिलेगी नहीं और ठेके पर लगे टीचर पक्के होंगे नहीं. खट्टर-दुष्यंत सरकार इस भद्दे खिलवाड़ के लिए हरियाणा के युवाओं को जल्द जवाब दे.

चंडीगढ़: कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा में हो रही नौकरी भर्ती अनियमितताओं को लेकर बीजेपी-जेजेपी सरकार को एक बार फिर (Surjewala On Haryana Government) आड़े हाथों लिया है. सुरजेवाला ने सरकार द्वारा पीजीटी-टीजीटी श‌िक्षकों की रेगुलर भर्ती ना कर ठेका प्रथा लागू करना एक अन्यायपूर्ण और बुद्धिहीन फैसला बताया है. सांसद सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर-दुष्यंत सरकार हरियाणा के युवाओं के साथ एक बार फिर भद्दा खिलवाड़ कर रही है.

हरियाणा के सीएम ट्वीट करके केवल झूठी वाहवाही लूट रहे हैं. हरियाणा सरकार द्वारा पीजीटी-टीजीटी भर्ती प्रक्रिया में सिलेक्शन का कोई क्राइटेरिया नहीं है. हरियाणा कौशल रोजगार निगम द्वारा भर्ती प्रक्रिया का (Surjewala on Haryana government) कोई आधार और मापदंड नहीं है. भर्ती प्रक्रिया को सार्वजनिक भी नहीं किया गया है. वहीं सुरजेवाला ने इस भर्ती घोटाले को लेकर खट्टर सरकार से कुछ सवालों के जवाब मांगे.

जिसमें उन्होंने कहा कि क्या पीजीटी की पोस्ट ग्रुप बी गैजेटेड पोस्ट नहीं? क्या साल 2019 में इन्हीं पीजीटी पोस्ट पर रेगुलर भर्ती के लिए HSSP द्वारा विज्ञापन नहीं निकाली गई? इसके साथ ही 2021 में सीएम ने यह कह कर विज्ञापन वापस नहीं लिया की एचएसएससी को भर्ती अधिकार नहीं और भर्ती एचपीएससी करेगा? क्या ये पीजीटी-टीजीटी अध्यापक कभी रेगुलर नौकरी पा सकेंगे. सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार और निगम ये क्यों नहीं बता रहे कि कितने बच्चों ने अप्लाई किया और सिलेक्शन का क्राइटेरिया क्या था.

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जो कैंडिडेट भर्ती हुए हैं उनकी क्वालिफिकेशन और मेरिट क्यों नहीं बताई जा रही. खट्टर सरकार और निगम ने भर्ती किए पीजीटी-टीजीटी के एक्सपीरियंस व आय सर्टिफिकेट की जांच करवाई जाए. इसके साथ ही हरियाणा परिवार पहचान पत्र में घोषित आय से भर्ती हुए कैंडिडेट के द्वारा बताई आय का मिलान भी किया जाए. वहीं कौशल निगम द्वारा पीजीटी-टीजीटी भर्ती में एससी और बीसी वर्गों को आरक्षण दिया गया है के नहीं. सुरजेवाला ने कहा कि सीएम खट्टर हरियाणा के बच्चों को नौकरी के नाम पर झुनझुना थमा कर बरगला रहे हैं.

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सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार की नीयत हरियाणा कौशल रोजगार निगम (Surjewala on Haryana government)द्वारा हो रही भर्ती प्रक्रिया ने देश में रेगुलर भर्ती के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं. इन भर्ती प्रक्रिया में केवल युवाओं का शोषण होगा. क्योंकि ठेका कर्मियों को पूरी तनख्वाह मिलेगी नहीं और ठेके पर लगे टीचर पक्के होंगे नहीं. खट्टर-दुष्यंत सरकार इस भद्दे खिलवाड़ के लिए हरियाणा के युवाओं को जल्द जवाब दे.

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