चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर राजकुमार और पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पुटा) के बीच एक और नया विवाद पैदा हो गया है. टीचर्स एसोसिएशन ने वाइस चांसलर के खिलाफ उपराष्ट्रपति को शिकायत दी है. एसोसिएशन की ओर से वाइस चांसलर को लापरवाह बताया गया है और उन पर कई अन्य आरोप लगाए गए हैं.
पुटा सदस्यों का कहना है कि वीसी यूनिवर्सिटी से जुड़े गंभीर मामलों में भी काफी लापरवाही दिखाते हैं और उनके सामने कोई मुद्दा उठाया जाता है तो इसका जवाब देना जरूरी नहीं समझते. उन्होंने बताया कि ताजा मामला कोरोना जुड़ा है. पंजाब यूनिवर्सिटी में कोरोना के करीब 150 मामले सामने आ चुके हैं.
यूनिवर्सिटी के अंदर कर्मचारियों के लिए बहुत से छोटे घर भी हैं. जिनमें अगर कोई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आ जाता है तो वो खुद को घर में आइसोलेट नहीं कर सकता, क्योंकि घर छोटे हैं और इससे दूसरे सदस्यों को भी कोविड हो सकता है. इसके लिए पुटा की ओर से वीसी को सुझाव दिया गया था कि यूनिवर्सिटी में एक कोविड केयर सेंटर बनाया जाए, ताकि मरीजों को वहां आइसोलेट किया जा सके. लेकिन 1 सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी वीसी की ओर से कोई जवाब नहीं आया.
ये भी पढे़ं- हरियाणा के किसानों का फैसला: बीजेपी और जेजेपी वालों के यहां नहीं करेंगे शादी
पुटा प्रेसिडेंट मृत्युंजय कुमार ने बताया कि कैंपस में बने हुए गेस्ट हाउस पूरी तरह से खाली पड़े हैं. उनका कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा है. अगर उन गेस्ट हाउस का इस्तेमाल कोविड केयर सेंटर के लिए किया जाता है तो बहुत से लोग कोरोना की चपेट में आने से बच सकते हैं. वाइस चांसलर अपने घर और ऑफिस के आसपास लगातार सैनिटाइज भी करवाते हैं. लेकिन टीचर्स की बार-बार अपील के बावजूद कोई सुनवाई करने वाला नहीं है. इस कारण कोरोना संक्रमण तेजी से कैंपस में फैल रहा है जो कि सबसे बड़ा खतरा है.
उन्होंने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी कोरोना के 150 मामले सामने आ चुके हैं. इसको लेकर यूनिवर्सिटी में कई तरह के एहतियात बरतने की जरूरत है. लेकिन वीसी प्रोफेसर राजकुमार इस गंभीर मामले को अनदेखा करते हुए लापरवाही बरत रहे हैं. जो यूनिवर्सिटी के लिए घातक साबित हो सकता है.