चंडीगढ़: हरियाणा से लगते पंजाब के कुछ इलाके इस समय बाढ़ की चपेट में हैं और इसका जिम्मेदार भाखड़ा डैम को माना जा रहा है. क्योंकि कुछ दिन पहले भाखड़ा डैम से 19 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, लेकिन ये सच्चाई नहीं है बल्कि भाखड़ा डैम की वजह से तो पंजाब का ज्यादातर हिस्सा बाढ़ की चपेट में आने से बच गया है. ये कहना है भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के चेयरमैन देवेंद्र शर्मा का.
'पानी छोड़ने में लाई जाएगी कमी'
देवेंद्र शर्मा ने कहा कि इस समय भाखड़ा डैम का जलस्तर 1679 फुट है. डैम से धीरे-धीरे करके 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है और हालात पर नजर रखी जा रही है. उन्होंने ये भी कहा कि बुधवार रात से छोड़े जा रहे पानी में कमी की जाएगी.
'पानी उतना ही छोड़ा जितना सुरक्षित था'
उन्होंने बताया की 18 तारीख को सुबह 7 बजे डैम में 3 लाख 11 हजार 134 क्यूसेक पानी आया. जिसे हमने छोड़ने की बजाए डैम में ही जमा कर लिया. इससे डैम का जलस्तर बढ़कर 1681 फुट तक पहुंच गया जबकि डैम की क्षमता 1680 फुट है. इसके बाद हमने धीरे-धीरे करके पानी छोड़ना शुरू किया. पानी को उतना ही छोड़ा गया, जितना सुरक्षित था.
'डैम की वजह से नहीं आई बाढ़'
उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर बाढ़ आई है वो बारिश का जो पानी नीचे से बहकर आया है उसकी वजह से आई है. डैम की वजह से किसी भी इलाके को नुकसान नहीं पहुंचा है.
इस तरह की जो भी खबरें फैलाई जा रही है कि डैम से पानी छोड़े जाने की वजह से कई इलाके बाढ़ की चपेट में आए हैं. वो सभी खबरें सरासर गलत हैं. बल्कि डैम की वजह से बहुत बड़ा इलाका बाढ़ की चपेट में आने से बचा है.