चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही की समाप्ति के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जैसे ही विधानसभा परिसर से बाहर निकले अकाली दल पंजाब के विधायकों ने मुख्यमंत्री के समक्ष नारेबाजी करते हुए घेराव करने का प्रयास किया. जिन्हें पुलिस की तरफ से रोक लिया गया.
मौके पर मौजूद चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा पुलिस के जवानों ने अकाली दल के विधायकों को रोक लिया. इस पूरे घटनाक्रम के बाद हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने पंजाब के विधानसभा स्पीकर को फोन कर इस पूरे मामले पर नाराजगी जाहिर की. इसके अलावा विधानसभा स्पीकर की तरफ से पत्र भी पंजाब के विधानसभा स्पीकर को लिखा गया है.
हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के अनुसार पंजाब के विधायकों का हरियाणा विधानसभा की पार्किंग परिसर में आकर सीएम का विरोध करने का मामले को लेकर पंजाब के स्पीकर से फोन पर बातचीत की है. पंजाब के स्पीकर ने घटना पर अफसोस व्यक्त किया है और मेरे मध्यम से सीएम से क्षमा मांगी है. गुप्ता ने कहा कि इस तरह की घटना दोबारा ना हो इसके लिए मैंने पंजाब स्पीकर को चिट्ठी भी लिखी है.
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वहीं इस प्रदर्शन के बाद पंजाब के जीरकपुर से विधायक एनके शर्मा ने कहा कि किसान लंबे समय से धरने पर बैठे हैं जबकि बीजेपी सरकार किसानों की मांगे पूरा नहीं कर रही है. इसी को लेकर आज सांकेतिक रूप से अकाली विधायकों ने प्रदर्शन किया.
गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा की विधानसभा एक ही बिल्डिंग में है. पंजाब का भी बजट सत्र चल रहा है जिसकी समाप्ति के बाद अकाली दल के विधायकों ने पार्किंग एरिया में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का घेराव करने का प्रयास किया.
इस दौरान अकाली विधायकों ने जमकर नारेबाजी की. वहीं पूर्व मंत्री और अकाली दल के विधायक विक्रम सिंह मजीठिया हरियाणा के मुख्यमंत्री के काफी पास पहुंचकर विरोध करते नजर आए. इस पूरे घटनाक्रम पर हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ने पंजाब विधानसभा स्पीकर को फोन कर इस पर नाराजगी जाहिर की है.