चंडीगढ़: जिला रेवाड़ी के गांव मनेठी में देश का 22वां एम्स बनाया जाएगा. केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने गत दिवस लोकसभा में बजट सत्र के दौरान अपने बजट भाषण में हरियाणा में 22वें एम्स की स्थापना की घोषणा की और यह राज्य के लिए बहुत गर्व की बात है. सरकार के इस सौगात पर कैथल के लोगों ने प्रतिक्रिया दी.
उत्तर हरियाणा में AIIMS बनाने की मांग कई सालों से की जा रही थी. यहां तक कि केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ने एम्स बनाने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र तक लिखा था. इसके अलावा, वे निजी तौर पर पीएम और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर चुके थे। अब कहा जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री का यह प्रयास सफल रहा और प्रदेश को एम्स मिल गया है.
जनता ने दी प्रतिक्रिया
इस सौगात पर कैथल के लोगों से जब ईटीवी ने बात की तो उन्होंने कहा कि हरियाणा में चाहे कोई भी सरकार किसी भी समय में रही हो, लेकिन किसी ने भी मेडिकल व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम नहीं किया है. उत्तरी हरियाणा मेडिकल की अच्छी सुविधा से शुरू से ही वंचित रहता आया है. अब जो सेंटर का बजट आया है उसमें हरियाणा को एम्स मिला है जो हरियाणा के रेवाड़ी जिले में बनाया जाएगा.
जनता का कहना है कि अगर हमारा कोई व्यक्ति गंभीर रूप से घायल और बीमार होता है तो हमें उसको या तो चंडीगढ़ पीजीआई लेकर जाना पड़ता है या रोहतक पीजीआई में लेकर जाना पड़ता है और कई बार ऐसे मामले भी सामने आते हैं और उनकी रास्ते में ही मौत हो जाती है. लोगों की अपील है कि सरकार से चाहते हैं कि पूरे हरियाणा में समान रूप से विकास कार्य हो और उत्तरी हरियाणा को भी एक बड़े स्तर पर मेडिकल सुविधा दी जाए.
वहीं कुछ लोगों का कहना है कि हरियाणा में जितनी भी सरकार आई है उसने उत्तर हरियाणा के साथ भेदभाव किया है. उत्तर हरियाणा में भी विकास होना चाहिए. ताकी यहां के निवासियों को भी बाकी लोगों की तरह ही सुविधाएं मिले. लोगों ने रोहतक और चंडीगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि उत्तर हरियाणा में भी आधारभूत सुविधाएं दी जाएं. किसी भी सरकार में समान विकास कार्य नहीं करवाए गए.