चंडीगढ़: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए नाबालिक लड़की के साथ रेप और हत्या के मामले को लेकर पूरे देश के लोगों में आक्रोश है. ये आक्रोश चंडीगढ़ में भी देखने को मिला. चंडीगढ़ में स्थानीय लोगों ने जहां एक तरफ इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की.
प्रदर्शन में पहुंची महिलाओं ने कहा कि जब इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, तो इसमें सबसे बड़ी कमी पुलिस की होती है. क्योंकि अगर पुलिस अपराधी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करते तो ही ऐसी घटनाएं रुक सकती हैं. इसके अलावा सरकार की भी उतनी ही जिम्मेदारी बनती है. देश में सरकार किसानों और मजदूरों के विरोध में बिल पास कर रही है, लेकिन सरकार इस तरह के दरिंदों को खुला छोड़ रही है.
इन लोगों का कहना था कि निर्भया कांड के बाद भी इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है. जिससे साफ है कि सरकार इस तरह की वारदातों को रोकने में नाकाम साबित हुई है. सरकार की ओर से रसूखदार लोगों को तो जेड सिक्योरिटी मुहैया करवाई जाती है, लेकिन आम लोगों को और आम बेटियों को सुरक्षा कौन देगा? सरकार का इस ओर ध्यान ही नहीं है.
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प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हमें सरकार और पुलिस पर भरोसा छोड़ कर खुद इन घटनाओं को रोकने की कोशिश करनी होगी. जिसके लिए सबसे जरूरी है कि लोगों की सोच और उनकी मानसिकता को बदलना. जब तक युवाओं को महिलाओं का सम्मान करना नहीं सिखाया जाएगा, तब तक इस तरह घटनाएं घटती रहेंगी.