चंडीगढ़: पंजाब विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव के लिए 6 सितंबर की तारीख तय की गई है. इस बार चंडीगढ़ में चुनाव प्रचार करने पर सख्त पाबंदियां लगाई गई है. जहां सड़कों पर रैली नहीं की जाएगी. वहीं, राजनीतिक नेताओं का भी यूनिवर्सिटी में प्रवेश वर्जित होगा. पुलिस का कहना है कि यह चुनाव विद्यार्थियों का चुनाव है. जिसमें किसी और बाहरी व्यक्ति का कोई लेना देना नहीं है.
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्र संघ चुनाव 6 सितंबर सुबह साढ़े 9 बजे शुरू होगा. यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्रों की कुल संख्या 15693 है. अध्यक्ष पद के लिए 9 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए 4-4 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. विभिन्न विभागों में चुनाव के लिए कुल 179 बूथ बनाए गए हैं. 40 विभागों में 58 विभागीय प्रतिनिधि निर्विरोध चुने गये हैं. जबकि शेष 29 विभागों में 68 विभागीय प्रतिनिधियों के पदों पर निर्वाचन होगा.
6 सितंबर को होने वाले छात्र चुनाव से पहले पहली बार राजनीतिक नेताओं को पंजाब विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह फैसला सभी छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ डीन छात्र कल्याण (डीएसडब्ल्यू) और पुलिस द्वारा बुलाई गई बैठक के दौरान यह किया गया है. चंडीगढ़ एसएसपी कंवरदीप कौर ने छात्रों और शिक्षकों के साथ चुनाव को लेकर बैठक की है. एसएसपी ने बताया कि बैठक के लिए 17 छात्र दलों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया. एसएसपी ने बताया कि छात्रों ने शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करने की बात कही है. इसके लिए सभी पार्टी प्रतिनिधियों से एक शपथ पत्र लिया गया है.
चंडीगढ़ पुलिस ने पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्रों से किसी भी तरह के गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल नहीं होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अवैध गतिविधियों में शामिल छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. शहर में धारा 144 लागू है. इसलिए किसी भी प्रकार के बड़े जुलूस या रैली आदि के लिए जिला मजिस्ट्रेट की पूर्व अनुमति आवश्यक है. चुनाव खत्म होने तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. परिसर में किसी भी प्रकार के हथियार ले जाने की अनुमति नहीं है. लाइसेंसी हथियारों पर भी प्रतिबंध है. केवल 5 व्यक्तियों के समूह में प्रचार की अनुमति है. कार रैली पर भी पूर्ण प्रतिबंध है.
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