चंडीगढ़: देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने मंगलवार को पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (Punjab Engineering College) के शताब्दी समारोह में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कॉलेज के इतिहास की सराहना की. उन्होंने कहा कि पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ने देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया है. राष्ट्रपति इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए वायुसेना के विशेष विमान से सुबह करीब 11 बजे चंडीगढ़ (President Kovind in Chandigarh) पहुंचे थे. जहां पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया.
इसके बाद वे पंजाब राजभवन पहुंचे. राष्ट्रपति शाम करीब 4:30 बजे पंजाब इंजीनियर कॉलेज में आयोजित किए गए कार्यक्रम में पहुंचे. यहां पर उन्होंने सेंटेनरी हॉल का उद्घाटन भी किया. इस कार्यक्रम में उनके साथ हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल भी मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं.
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उन्होंने कहा कि यहां से निकले छात्र पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन कर रहे हैं. यहां से कई ऐसे छात्र निकले हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम चमकाया है. इसरो के पूर्व निदेशक प्रोफेसर धवन, भारत की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला, हास्य कलाकार जसपाल भट्टी समेत कई ऐसे नाम इस लिस्ट में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि 100 साल पहले 1921 में लाहौर में शुरू हुआ पंजाबी इंजीनियरिंग कॉलेज आज देश के जाने-माने बेहतरीन शिक्षण संस्थानों में से एक बन चुका है.
उन्होंने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के 100 साल पूरे होने और उपलब्धियों को लेकर कॉलेज के सभी अध्यापकों को बधाई दी. राष्ट्रपति के चंडीगढ़ आगमन पर पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी. पुलिस के 1200 से ज्यादा जवान तैनात किए गए थे. राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कई रूट को भी डायवर्ट किया गया था. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मंगलवार रात को पंजाब राजभवन चंडीगढ़ में ही रुकेंगे.
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