चंडीगढ़: एक बार फिर से हरियाणा में प्रदूषण (pollution in haryana) का स्तर बढ़ने लगा है. हवा में घुल रहे प्रदूषण के जहर ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. प्रदूषण के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. गुरुग्राम और फरीदाबाद हरियाणा के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बन चुके हैं. गुरुग्राम का एयर क्वालिटी इंडेक्स शनिवार को 311 दर्ज किया गया.
ऐसे ही फरीदाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 353 रहा. ये हवा की गुणवत्ता के हिसाब से 'गंभीर' श्रेणी में आता है. हरियाणा के ज्यादातर जिलों में हवा की गुणवत्ता संतोषजनक श्रेणी में दर्ज की गई है. शनिवार को हिसार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 235, पानीपत का 136, सोनीपत का 25, जींद का 200, रोहतक का 221 दर्ज हुआ. जो कि मध्यम से खराब तक की श्रेणी में आता है.
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एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
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