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Play School in Haryana: CM मनोहर लाल का ऐलान- हरियाणा में अगले 2 साल में 4,000 और प्ले स्कूल खोलने का लक्ष्य

Play School in Haryana हरियाणा सरकार प्रदेश के बच्चों में बौद्धिक विकास के लिए अगले 2 साल में 4000 और प्ले स्कूल खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया है. सीएम ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत ऑडियो कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि, सरकार द्वारा प्ले स्कूलों की जो सुविधा शुरू की गई है, उससे बच्चों को बहुत लाभ हो रहा है. ( New Education Policy- 2020 Haryana Government Press Release)

cm manohar lal on Play School in Haryana
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का ऐलान अगले 2 साल में खोले जाएंगे 4,000 और प्ले स्कूल
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Sep 24, 2023, 8:33 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति- 2020 में निहित 3 से 6 वर्ष तक की आयु के बच्चे के संज्ञानात्मक और बौद्धिक क्षमता के विकास पर बल देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने 4,000 प्ले-वे स्कूल खोले हैं. प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक़ इन स्कूलों में लगभग 40 हजार बच्चों का दाखिला हुआ है. इसके अलावा, सरकार ने अगले 2 साल में 4,000 और प्ले स्कूल खोलने का निर्णय लिया है. इनके लिए लगभग 2500 भवन चिन्हित कर लिए गए हैं.

प्ले स्कूल में खेल के साथ-साथ बच्चों को दी जा रही शिक्षा: सीएम मनोहर लाल ने शनिवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्ले स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों के अभिभावकों से संवाद किया. पहले आंगनबाड़ियों में शिक्षा उतनी बेहतर नहीं होती थी लेकिन अब प्ले स्कूलों में खेल के साथ साथ बच्चों को अच्छी शिक्षा भी दी जा रही है. वहीं, अभिभावक भी इन स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक भोजन, खेल की सुविधाएं समेत पढ़ाई को लेकर संतुष्ट हैं. सीएम ने कहा कि पहले के समय में घरों में आंगन और गलियां ही हमारा खेलकूद का स्थान होता था, लेकिन आजकल ऐसे स्कूल समाज की जरूरत बन गए हैं. आज के आधुनिक दौर में हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, इसलिए लोग अपने बच्चों को प्ले स्कूल में पढ़ाई के लिए भेजते हैं.

हरियाणा में प्ले स्कूल: सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के उज्ज्वल भविष्य की चिंता करते हुए 3 साल की आयु से ही बच्चों के लिए खेल-खेल में शिक्षा का प्रबंध किया है. आज के आधुनिक दौर में हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, जिससे आगे चलकर वे बेहतर इंसान बन सकें. इस जरूरत को जानते हुए निजी क्षेत्र में अनेक प्ले स्कूल खोले गए. लेकिन, हमने गरीब परिवार के बच्चों के लिए भी प्ले स्कूल की व्यवस्था करने के लिए पूरे राज्य में सार्वजनिक क्षेत्र में ये स्कूल खोले हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी प्रयासों के अलावा कुछ समाज सेवकों ने भी प्ले स्कूलों की व्यवस्था में रुचि दिखाई है.

प्ले स्कूल में बच्चों के लिए विशेष प्रबंध: जिला जींद में राजपति ने अपने गांव में प्ले स्कूल को गोद लिया है और वे इसके सुचारू संचालन में गहरी रूचि लेती हैं. यही नहीं, वे बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें पौष्टिक भोजन भी देती हैं. इसी प्रकार, जिला झज्जर के गांव डीघल में ग्राम वासियों ने प्ले स्कूल के लिए 11 पंखे दिए हैं. इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्ले स्कूलों में बच्चों के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था के लिए हमने हर स्कूल में वाटर प्यूरीफायर लगाए हैं. बच्चों को तस्वीरें बहुत भाती हैं, इसलिए इन स्कूलों में वॉल पेंटिंग लगवाई गई हैं. उनके खेलने के लिए झूले और स्लाइडर भी लगवाए हैं. बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए हमने खिलौनों का विशेष प्रबंध किया है.

ये भी पढ़ें: Chandigarh School Admission: चंडीगढ़ में सरकारी स्कूलों में 11वीं कक्षा की 993 सीटें खाली, जानिए वजह

प्ले स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का सर्वे: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के 4 हजार प्ले स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का सर्वे करवाया है. इसमें पिछले एक साल में 3 से 5 साल तक के बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास का डेटा प्राप्त किया है. इसके अनुसार पिछले एक साल में बच्चों की भाषा का स्तर बढ़ा है और मैथ में सबसे पीछे रहने वाले हरियाणा अब आगे बढ़ने लगे हैं. हमने पाया है कि 3 से 5 साल की आयु वर्ग के बच्चों में मैथ स्किल की अभी भी कमी है. इसलिए इस पर फोकस करने का निर्णय लिया गया है, ताकि हरियाणा के बच्चे न केवल शारीरिक बल्कि मैथ में भी मजबूत बने. सरकार यह सर्वे हर साल करवाएगी.

आंगनबाड़ी केंद्र प्ले स्कूल में अपग्रेड: सीएम मनोहर लाल ने कहा कि अभी तक इस आयु वर्ग के बच्चों के लिए आंगनबाड़ी और इससे बड़े बच्चों के लिए प्राथमिक विद्यालयों का प्रावधान किया जाता रहा है, लेकिन हमने इस आयु वर्ग के बच्चों की देखभाल और प्रारंभिक शिक्षा के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में अपग्रेड करने का काम किया है. हमने इससे भी छोटे उन बच्चों की देखभाल के लिए 500 क्रेच स्थापित करने का निर्णय लिया, जिनकी माताएं कामकाजी हैं.

335 क्रेच खोलने की तैयारी: अब तक 165 क्रेच खोले जा चुके हैं और 335 क्रेच खोलने के लिए जगहों की पहचान कर ली गई है. मुख्यमंत्री ने सभी माता-पिता और अभिभावकों से अनुरोध किया कि आप अपने बच्चे को पूरा समय दें. आपको उनसे घुल-मिलकर उन्हें टाइम भी देना होगा, जब आप बच्चों को समय देंगे, तो वे न केवल भावनात्मक रूप से मजबूत होंगे. बल्कि उनका मानसिक विकास भी तेजी से होगा. इससे वे न केवल पढ़ाई-लिखाई में अव्वल होंगे, बल्कि वे ज्ञानवान और संस्कारवान बनेंगे.

(प्रेस नोट)

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चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति- 2020 में निहित 3 से 6 वर्ष तक की आयु के बच्चे के संज्ञानात्मक और बौद्धिक क्षमता के विकास पर बल देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने 4,000 प्ले-वे स्कूल खोले हैं. प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक़ इन स्कूलों में लगभग 40 हजार बच्चों का दाखिला हुआ है. इसके अलावा, सरकार ने अगले 2 साल में 4,000 और प्ले स्कूल खोलने का निर्णय लिया है. इनके लिए लगभग 2500 भवन चिन्हित कर लिए गए हैं.

प्ले स्कूल में खेल के साथ-साथ बच्चों को दी जा रही शिक्षा: सीएम मनोहर लाल ने शनिवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्ले स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों के अभिभावकों से संवाद किया. पहले आंगनबाड़ियों में शिक्षा उतनी बेहतर नहीं होती थी लेकिन अब प्ले स्कूलों में खेल के साथ साथ बच्चों को अच्छी शिक्षा भी दी जा रही है. वहीं, अभिभावक भी इन स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक भोजन, खेल की सुविधाएं समेत पढ़ाई को लेकर संतुष्ट हैं. सीएम ने कहा कि पहले के समय में घरों में आंगन और गलियां ही हमारा खेलकूद का स्थान होता था, लेकिन आजकल ऐसे स्कूल समाज की जरूरत बन गए हैं. आज के आधुनिक दौर में हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, इसलिए लोग अपने बच्चों को प्ले स्कूल में पढ़ाई के लिए भेजते हैं.

हरियाणा में प्ले स्कूल: सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के उज्ज्वल भविष्य की चिंता करते हुए 3 साल की आयु से ही बच्चों के लिए खेल-खेल में शिक्षा का प्रबंध किया है. आज के आधुनिक दौर में हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, जिससे आगे चलकर वे बेहतर इंसान बन सकें. इस जरूरत को जानते हुए निजी क्षेत्र में अनेक प्ले स्कूल खोले गए. लेकिन, हमने गरीब परिवार के बच्चों के लिए भी प्ले स्कूल की व्यवस्था करने के लिए पूरे राज्य में सार्वजनिक क्षेत्र में ये स्कूल खोले हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी प्रयासों के अलावा कुछ समाज सेवकों ने भी प्ले स्कूलों की व्यवस्था में रुचि दिखाई है.

प्ले स्कूल में बच्चों के लिए विशेष प्रबंध: जिला जींद में राजपति ने अपने गांव में प्ले स्कूल को गोद लिया है और वे इसके सुचारू संचालन में गहरी रूचि लेती हैं. यही नहीं, वे बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें पौष्टिक भोजन भी देती हैं. इसी प्रकार, जिला झज्जर के गांव डीघल में ग्राम वासियों ने प्ले स्कूल के लिए 11 पंखे दिए हैं. इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्ले स्कूलों में बच्चों के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था के लिए हमने हर स्कूल में वाटर प्यूरीफायर लगाए हैं. बच्चों को तस्वीरें बहुत भाती हैं, इसलिए इन स्कूलों में वॉल पेंटिंग लगवाई गई हैं. उनके खेलने के लिए झूले और स्लाइडर भी लगवाए हैं. बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए हमने खिलौनों का विशेष प्रबंध किया है.

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प्ले स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का सर्वे: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के 4 हजार प्ले स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का सर्वे करवाया है. इसमें पिछले एक साल में 3 से 5 साल तक के बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास का डेटा प्राप्त किया है. इसके अनुसार पिछले एक साल में बच्चों की भाषा का स्तर बढ़ा है और मैथ में सबसे पीछे रहने वाले हरियाणा अब आगे बढ़ने लगे हैं. हमने पाया है कि 3 से 5 साल की आयु वर्ग के बच्चों में मैथ स्किल की अभी भी कमी है. इसलिए इस पर फोकस करने का निर्णय लिया गया है, ताकि हरियाणा के बच्चे न केवल शारीरिक बल्कि मैथ में भी मजबूत बने. सरकार यह सर्वे हर साल करवाएगी.

आंगनबाड़ी केंद्र प्ले स्कूल में अपग्रेड: सीएम मनोहर लाल ने कहा कि अभी तक इस आयु वर्ग के बच्चों के लिए आंगनबाड़ी और इससे बड़े बच्चों के लिए प्राथमिक विद्यालयों का प्रावधान किया जाता रहा है, लेकिन हमने इस आयु वर्ग के बच्चों की देखभाल और प्रारंभिक शिक्षा के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में अपग्रेड करने का काम किया है. हमने इससे भी छोटे उन बच्चों की देखभाल के लिए 500 क्रेच स्थापित करने का निर्णय लिया, जिनकी माताएं कामकाजी हैं.

335 क्रेच खोलने की तैयारी: अब तक 165 क्रेच खोले जा चुके हैं और 335 क्रेच खोलने के लिए जगहों की पहचान कर ली गई है. मुख्यमंत्री ने सभी माता-पिता और अभिभावकों से अनुरोध किया कि आप अपने बच्चे को पूरा समय दें. आपको उनसे घुल-मिलकर उन्हें टाइम भी देना होगा, जब आप बच्चों को समय देंगे, तो वे न केवल भावनात्मक रूप से मजबूत होंगे. बल्कि उनका मानसिक विकास भी तेजी से होगा. इससे वे न केवल पढ़ाई-लिखाई में अव्वल होंगे, बल्कि वे ज्ञानवान और संस्कारवान बनेंगे.

(प्रेस नोट)

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