चंडीगढ़: पीजीआई चंडीगढ़ को नया डायरेक्टर (PGI CHANDIGARH DIRECTOR) मिलने वाला है. पिछले साल अक्टूबर महीने में प्रोफेसर जगतराम निदेशक के पद से रिटायर हुए थे. उसके बाद पेडियाट्रिक विभाग के एचओडी प्रोफेसर सुरजीत सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, ताकि जब तक पीजीआई को नए अध्यक्ष नहीं मिल जाता. प्रोफेसर सुरजीत सिंह का कार्यकाल 30 अप्रैल 2022 तक के लिए निर्धारित किया गया था और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि 30 अप्रैल से पहले पीजीआई को स्थाई निर्देशक मिल जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.
अब एक बार फिर से प्रोफेसर सुरजीत सिंह का कार्यकाल अगले आदेशों तक के लिए बढ़ा दिया गया है. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पीजीआई के पांच सीनियर डाक्टरों के नाम शार्टलिस्ट किए जा चुके हैं. ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि 30 अप्रैल के बाद कभी भी केंद्र सरकार चंडीगढ़ पीजीआई के नए निदेशक के नाम पर मुहर लगा सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जिन पांच सीनियर डॉक्टरों के नाम शॉर्टलिस्ट किए गए हैं. उनमें पीजीआइ के मौजूदा कार्यवाहक निदेशक और एडवांस पीडियाट्रिक विभाग के हेड प्रोफेसर सुरजीत सिंह का नाम शामिल है.
इसके अलावा कार्डियोलॉजी विभाग के हेड प्रोफेसर यशपॉल शर्मा, न्यूरोलॉजी विभाग के हेड प्रोफेसर विवेक लाल, इंटरनल मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर संजय जैन और रेडियोथैरेपी विभाग के प्रोफेसर आरके कपूर का नाम शामिल है. इन पांच सीनियर डॉक्टरों में से किसी एक को पीजीआइ निदेशक पद की नई जिम्मेदारी दी जा सकती है. वहीं आने वाले दिनों में पीएमओ जल्द ही पीजीआइ निदेशक पद के लिए नाम फाइनल कर सकता है.
सूत्रों की मानें तो कार्यवाहक निदेशक प्रोफेसर सुरजीत सिंह को भी रेगुलर पोस्टिंग दी जा सकती है. बता दें इससे पहले प्राेफेसर जगतराम पीजीआइ की कमान संभाल रहे थे. हालांकि निदेशक पद पर रिटायरमेंट से पहले इंस्टिट्यूशनल बॉडी को नए निदेशक पद के लिए नाम फाइनल करना होता है, लेकिन कोरोना महामारी की दूसरी लहर की वजह से इस प्रक्रिया में दूरी हुई. अब नए निदेशक पद के लिए पांच सीनियर डॉक्टर के नाम शामिल कर पीएमओ को मंजूरी के लिए भेजा जा चुका है.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP