चंडीगढ़: मेवात में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी के कारण मची हाहाकार को रोकने के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है.
एडवोकेट मोहम्मद अरशद ने याचिका दाखिल करते हुए हाईकोर्ट को बताया कि कोरोना के कारण मेवात में लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. शहीद हसन खां मेवाती गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज में अप्रैल 2020 में कोरोना के लिए समर्पित 600 बेड के अस्पताल के रूप में बदला गया था.
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उन्होंने कहा कि वर्तमान में यहां पर क्षमता से ज्यादा मरीज है लेकिन कोई अतिरिक्त इंतजाम नहीं किए गए हैं. यहां पर मौजूदा मरीजों के लिए वेंटिलेटर कम होने के बावजूद यहां से वेंटिलेटर दूसरे अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं. इतना ही नहीं इसका विरोध करने वालों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज तक कर दी है.
एडवोकेट मोहम्मद अरशद ने कहा कि यहां मौजूद दूसरे अस्पताल अल आफिया में केवल तीन ही वेंटिलेटर मौजूद है, जबकि मरीजों की संख्या हजारों में है. 3 मई को स्थानीय विधायक आफताब अहमद कोरोना वायरस से लड़ाई में मदद की गुहार लगा चुके हैं. उन्होंने शहीद हसन खां मेवाती गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की भी मांग की थी.
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याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से अपील की है कि मेवात में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर पर्याप्त मात्रा में मुहैया करवाने के निर्देश जारी करने, साथ ही वहां पर पर्याप्त बेड भी सुनिश्चित हो. हाई कोर्ट इस पर जल्दी सुनवाई करेगा.