चंडीगढ़: बरोदा विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी हाथ मासूसी लगी है. इस सीट पर जीत के साथ खाता खोलने का बीजेपी का सपना इस बार भी पूरा नहीं हो पाया है. एक तरफ कांग्रेस इस जीत को बीजेपी के कुशासन के खिलाफ जनता की जीत देख रही है तो दूसरी तरफ बीजेपी का कहना है कि इस जीत से कोई खास फर्क पड़ने वाला नहीं है.
बरोदा उपचुनाव के जनमत को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ से ईटीवी भारत हरियाणा ने खास बातचीत की. ओपी धनखड़ ने कहा कि बीजेपी के पास एक अवसर था. ये दुर्भाग्य की बात रही कि बीजेपी इस अवसर को उपलब्धि में नहीं बदल पाई.
धनखड़ ने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि महान खिलाड़ी जिसने भारत, प्रदेश और बरोदा का नाम रोशन किया. वो विधानसभा नहीं पहुंच पाए. धनखड़ ने कहा कि योगेश्वर की हार से कभी कांग्रेस गर्व नहीं कर पाएगी. धनखड़ ने कहा कि जिस तरह अभिमन्यु को मारने के बाद से कौरव कभी गर्व नहीं कर पाए. वो आत्मगिलानी से भरे रहे, इसी तरह से कांग्रेस भी आत्मगिलानी से भरी रहेगी.
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बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने अच्छा चुनाव लड़ा है. कांग्रेस के गढ़ में हमने अच्छी परफॉर्मेंस दी है. इसके लिए मैं योगेश्वर दत्त को बधाई देता हूं. धनखड़ ने कहा कि हमें इस सीट पर अगर 5 से 6 हजार वोट मिल जाते तो हम आगे बढ़ जाते, बड़ी जनसंख्या का प्यार जीतने में हम कामयाब रहे.
कृषि कानून बने हार की वजह ?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि कृषि कानून बीजेपी की हार का बड़ा कारण रहा है. इसपर ओपी धनखड़ ने कहा कि ऐसा झूठा प्रचार कांग्रेस के लोगों ने किया है. धनखड़ ने कहा कि इस बार हमें पहले के मुकाबले लोगों का ज्यादा समर्थन मिला है.