चंडीगढ़: हरियाणा में जहां एक ओर सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की हड़ताल से ओपीडी सेवाएं ठप रही, वहीं पंचकूला में नर्सिंग एसोसिएशन ने 2 घंटे के वर्क सस्पेंड की चेतावनी से भी चिंता बनी रही. हालांकि स्वास्थ्य क्षेत्र में मौजूदा स्थिति को भांपते हुए डीजी हेल्थ एए रणदीप सिंह पूनिया ने नर्सिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मीटिंग की. उन्होंने नर्सिंग एसोसिएशन को उनकी मांगों को जल्द मान लिए जाने का भरोसा दिया, इसके बाद नर्सिंग स्टाफ ने वर्क सस्पेंड के फैसले को टाल दिया.
15 दिन में कार्रवाई का भरोसा दिया- नर्सिंग एसोसिएशन के अनुसार डीजी हेल्थ ने उनकी मांगों को समर्थन देते हुए उन्हें 15 दिनों में कार्रवाई का भरोसा दिया. मीटिंग में नर्सिंग ऑफिसर्स की विभिन्न मांगों के साथ मुख्य मांगों में नर्सिंग अलाउंस 7200 रुपए और नर्सिंग कैडर को ग्रुप-B में शामिल करने की है.
मुख्य मांगें पूरी करने का फैसला- हरियाणा नर्सिंग एसोसिएशन की प्रधान निर्मल ढांडा और वीनिता बांगड़ ने बताया कि महानिदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) ने कैडर की मुख्य मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया गया है. इसलिए एसोसिएशन ने 2 घंटे के वर्क सस्पेंड का फैसला स्थगित कर दिया है. उन्होंने चेताया कि यदि सरकार ने उनकी मांगें पूरी नहीं की तो उन्हें मजबूरन मजबूत रणनीति के साथ आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी.
29 दिसंबर को हड़ताल की चेतावनी- हरियाणा के स्वास्थ्य क्षेत्र में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की मांगों के चलते प्रदेश सरकार के सामने बड़ी चुनौती बनी हुई है. हालांकि प्रदेश सरकार और उच्च पदाधिकारी हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन और नर्सिंग एसोसिएशन के साथ मीटिंग कर उनकी मांगें मान लिए जाने का भरोसा दे रहे हैं. बावजूद इसके हालात सामान्य नहीं हो सके हैं. 29 दिसंबर को भी हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन ने ओपीडी सेवाओं के साथ-साथ इमरजेंसी सेवाएं ठप किए जाने की चेतावनी दी.
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