चंडीगढ़: अमृतसर में मंगलवार को उत्तर क्षेत्रीय परिषद की 31वीं बैठक हुई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान अमित शाह ने हरियाणा और पंजाब को पानी का मुद्दा बैठ कर सुलझाने की सलाह दी. बैठक में कुल 28 मुद्दों पर चर्चा हुई. सभी राज्य ने एक-एक करके अपनी समस्याओं को गृहमंत्री अमित शाह के सामने रखा. जिस पर गृह मंत्री ने सभी की समस्याओं का हल प्रमुखता से करने का आश्वासन दिया है.
बैठक में क्या रहा खास: बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सील नहर का निर्माण कार्य पूरा करने के साथ ही पंजाब यूनिवर्सिटी से हरियाणा के कॉलेज को एफिलिएट करने के साथ अन्य कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि राज्यों को मिलजुल कर विकास परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के लिए सहयोग का माहौल बनाने की जरूरत है. उन्होंने उम्मीद जताई कि यह बैठक राज्यों के बीच कई मुद्दों पर समयबद्ध तरीके से समझने में सहायक होगी.
सीएम ने SYL का मुद्दा उठाया: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बैठक में सतलुज यमुना लिंक नहर (SYL) का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि SYL का निर्माण न करने के बारे में पंजाब का कहना है कि पानी की उपलब्धता कम हो गई है. उन्होंने कहा कि SYL का निमार्ण और पानी की उपलब्धता दो अलग-अलग मुद्दे हैं. उन्होंने इस मसले पर अपनी बात को आंकड़ों पर आधारित रखते हुए कहा कि रावी, सतलुज और ब्यास के पानी का अधिशेष, बिना चैनल वाला पानी पाकिस्तान में चला जाता है.
'पानी की बर्बादी के लिए SYL अहम': बीते दस सालों में सतलुज के पानी का औसतन 1.68 MAF और रावी-ब्यास के पानी का 0.58 MAF पाकिस्तान की तरफ गया है. उन्होंने यह भी कहा कि इस पानी की बर्बादी को रोकने के लिए SYL जरूरी है. उन्होंने कहा कि भाखड़ा बांध, नांगल बांध से हरियाणा के लिए केवल एक कैरियर चैनल यानी 61 कि.मी. लंबा नंगल हाइडल चैनल है. जिसका निर्माण 1954 में किया गया था. जो 68 साल पुराना हो गया है. अगर इसके पुराना होने की स्थिति में कोई दुर्घटना होती है, तो इससे पूरी व्यवस्था रुक जाएगी और हरियाणा को पानी की आपूर्ति नहीं हो पाएगी. उस स्थिति में SYL वैकल्पिक चैनल का काम भी करेगी.
PU पर हरियाणा दखल का मुद्दा: इसके साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा के कॉलेजों को एफिलिएशन देने पर भी बात की. सीएम ने कहा कि छात्र हित में हरियाणा के कॉलेजों को पंजाब यूनिवर्सिटी से एफिलिएशन का विकल्प दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हरियाणा के तीन जिलों पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर के कॉलेजों को पंजाब विश्वविद्यालय से एफिलिएशन दी जानी चाहिए.
सीएम ने कहा कि पंजाब के मोहाली और रोपड़ जिलों के कॉलेजों को भी पंजाब विश्वविद्यालय से एफिलिएशन दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जब देश में नई शिक्षा नीति को लागू किया जा रहा है तो फिर ऐसे में पंजाब विश्वविद्यालय को भौगोलिक सीमाओं में बांधकर क्यों रखा जाए. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी से जितने अधिक कॉलेज जुड़े होंगे इसकी उतनी ही अधिक ख्याति होगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय हरियाणा में अपना परिसर बना रहा है. इसके साथ ही राज्य में ITI दिल्ली का कैंपस भी बन रहा है.
पानी के बंटवारे को लेकर हरियाणा सीएम ने कहा: इसके अलावा, सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा हमेशा से न्यायसंगत जल बंटवारे का समर्थक रहा है. भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के मुद्दों पर विचार-विमर्श करते समय हमें धूलकोट बी.बी.एम.बी. सब-स्टेशन की स्थिति को भी ध्यान में रखना होगा. जोकि इस वक्त मरम्मत के काम में देरी से प्रभावित है. इस बिजलीघर का कुशल कामकाज न सिर्फ बिजली उत्पादन के लिए बल्कि जल संसाधनों के उचित प्रबंधन के लिए भी जरूरी है. इसके साथ ही भाखड़ा मेन लाइन के तटों को ऊंचा करने के काम का कार्यान्वयन किए जाने पर भी चर्चा करना जरूरी है. क्योंकि इसका सीधा प्रभाव जल प्रवाह और संसाधन आवंटन पर पड़ता है.
जनगणना डेटा में देरी पर दिया जवाब: बैठक में 2001 और 2011 की जनगणना के मध्य डेटा देरी से जारी होने के मुद्दे पर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में परिवार पहचान पत्र ने जनसांख्यिकीय डेटा इकठ्ठा करने के तरीके को बदल दिया है. इससे वास्तविक समय में जनसांख्यिकीय डेटा प्रदान होता है. उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से हमने एक व्यापक डेटाबेस तैयार किया है. जिसमें राज्य के प्रत्येक परिवार का डाटा है.
प्रदेशवासियों को विकास योजनाओं की सौगात: मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल की है. 21 नवंबर 2022 को चिरायु योजना के माध्यम से अंत्योदय परिवारों को आयुष्मान भारत का विस्तार का शुभारंभ किया. नागरिकों के लिए व्यापक स्वास्थ्य देखभाल कवरेज सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. जन आरोग्य योजना के आदेश के मुताबिक, 5 लाख रुपये का लाभ मिलता है.
योजनाओं से जनता को लाभ: सीएम ने कहा कि 20 सितंबर 2023 तक इस योजना के तहत कुल 56,89,986 कार्ड बनाए गए हैं, जिसमें एबी-पीएमजेएवाई और चिरायु दोनों पहलों को मिलाकर कुल 85,79,273 आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि वित्त हमने पीएमजेए-चिरायु योजना का लाभ 1.80 लाख रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक की सत्यापित वार्षिक आय वाले परिवारों को भी देना शुरू किया है. इस लाभ के लिए प्रति परिवार हर साल 1500 रुपये के मामूली अंशदान करना होता है. 14 अगस्त, 2023 को इसकी शुरुआत के बाद से, कुल 12,236 परिवारों ने सफलतापूर्वक अपना नाममात्र अंशदान जमा कर दिया है. उन्होंने कहा कि राज्यभर में 789 अस्पताल सूचीबद्ध किए गए हैं. जिनमें 175 सार्वजनिक और 614 निजी अस्पताल शामिल हैं.
खेलों का पावर हाउस हरियाणा: मनोहर लाल ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से छोटा-सा राज्य होने के बावजूद भी यहां खेल प्रतिभाओं की कभी कोई कमी नहीं रही. जरूरत केवल इन प्रतिभाओं को निखारने के लिए खेल-सुविधाएं और अवसर प्रदान करने की थी. हमने इस दिशा में खिलाड़ियों को अनेक सुविधाएं और प्रोत्साहन देने का काम किया. इससे राज्य में एक नई खेल संस्कृति का जन्म हुआ और आज हरियाणा खेलों का पावर हाऊस बन चुका है.