चंडीगढ़ः हरियाणा में अब तेज रफ्तार के साथ लोग सुरक्षित सड़कों पर फर्राटा भर सकेंगे. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज हरियाणा को बड़ा तोहफा दिया है. गडकरी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आठ नेशनल हाईवे समेत 11 सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया. इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी मौजूद रहे.
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि 16 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से बनने वाले इन नेशनल और स्टे हाईवे व बाईपास से प्रदेश में आधारभूत ढांचे की तस्वीर बदलेगी. उन्होंने कहा कि सड़क तंत्र के मजबूत होने से उद्योगों के विकास को नई दिशा मिलेगी व उद्यमी प्रदेश में और अधिक निवेश के लिए आगे आएंगे.
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इन विकास परियोजनाओं में रोहतक से जींद होते हुए पंजाब सीमा तक जाने वाला हाईवे, कुरुक्षेत्र जिले के इस्माइलाबाद से नारनौल को जोड़ने वाला ग्रीनफील्ड हाइवे, नारनौल व रेवाड़ी के बाईपास शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस्माइलाबाद-नारनौल ग्रीनफील्ड हाइवे से राज्य के पांच लोकसभा क्षेत्र (कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत, रोहतक व भिवानी-महेंद्रगढ़) जुड़ेंगे. ये सड़क परियोजना दिल्ली-मुंबई और कोलकता-अमृतसर औद्योगिक कॉरिडोर का हिस्सा है. इसके शुरू होने से निवेश के लिए ज्यादा से ज्यादा उद्यमी हरियाणा की तरफ आएंगे.
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इन सड़क योजनाओं का गडकरी ने किया शिलान्यास, उद्घाटन
- 8650 करोड़ रुपये का 227 किलोमीटर इस्माइलाबाद-नारनौल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे. ये दिसंबर 2022 तक पूरा होगा.
- 1380 करोड़ रुपये की लागत से नारनौल का 6-लेन बाईपास और अटेली मंडी से नारनौल का 4-लेन मार्ग. लंबाई 41 किलोमीटर होगी. रेवाड़ी से अटेली मंडी के बीच 43 किलोमीटर की सड़क 4-लेन बनेगी. 1057 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
- गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी मार्ग 4 और 6-लेन बनेगा. 1524 करोड़ रुपये खर्च आएगा.
- 958 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला रेवाड़ी बाईपास लंबाई 14 किलोमीटर.
- सोनीपत से गोहाना और गोहाना से जींद तक की सड़क की 4-लेनिंग का काम. कुल 2709 करोड़ रुपये खर्च आएगा। इस मार्ग की कुल लंबाई 80 किलोमीटर होगी.
- उत्तर प्रदेश-हरियाणा सीमा से रोहना तक 40 किलोमीटर 4-लेन मार्ग. 1509 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
- रोहना-हसनगढ़ से झज्जर तक 35 किलोमीटर 4-लेन. 1183 करोड़ रुपये खर्चा आएगा.
- जींद से नरवाना होते हुए पंजाब सीमा तक जाने वाला 4-लेन प्रोजेक्ट. 857 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं और यह पिछले महीने पूरा हुआ है. जींद से करनाल तक 85 किलोमीटर सड़क. 200 करोड़ रुपये खर्च कर दोबारा बनाई जाएगी.
दुष्यंत ने बताया कि नारनौल में इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक हब बनाने की दिशा में सरकार तेजी के साथ कार्य कर रही है. पिछले दिनों सरकार ने इसकी समीक्षा भी की है. इसके लिए रेलवे ने अपना शेयर भी रिलीज कर दिया है.