पंचकूला: शुक्रवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पंचकूला में हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान एक दूसरे को सूचना साझा करने, गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सामूहिक संस्थागत तंत्र की स्थापना की. इसके अलावा उत्तरी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आपराधिक नेटवर्क को सूचीबद्ध करने के लिए संयुक्त लिस्टिंग समिति स्थापित करने की घोषणा की. इस समिति में एनआईए और तीन पुलिस बलों के अधिकारी शामिल होंगे.
संगठित अपराध और अपराधियों को खत्म करने के लिए मासिक बैठक आयोजित करने का भी फैसला किया गया. ये सभी फैसले एनआईए महानिदेशक दिनकर गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए. ये बैठक हरियाणा के पंचकूला में आयोजित की गई. बैठक में उत्तरी राज्यों में सक्रिय संगठित आपराधिक सिंडिकेट/समूहों के लीडर और सदस्यों की गतिविधियों और उनसे जुड़े विभिन्न आपराधिक मामलों में चल रही जांच पर भी चर्चा हुई.
संगठित आपराधिक आतंकी सिंडिकेट के खतरे से निपटने के लिए एनआईए डीजी द्वारा संचालित ये दूसरी ऐसी बैठक थी. डीजी ने विभिन्न पुलिस एजेंसियों और बलों के बीच निष्कर्षों और इनपुट को साझा करके ऐसे सिंडिकेट से सामूहिक रूप से निपटने के लिए इन बैठकों की शुरुआत की थी. एनआईए ने जेलों से संचालित सिंडिकेट द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली पर अपने निष्कर्ष और टिप्पणियां साझा की. साथ ही गवाह सुरक्षा योजना की आवश्यकता पर चर्चा की.
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इसके अलावा गैंगस्टरों के खिलाफ मुकदमों की तेजी से ट्रैकिंग करने पर जोर दिया. हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने इन आपराधिक सिंडिकेट के नेटवर्क को नष्ट करने, उनकी गतिविधियों को बाधित करने और न्याय सुनिश्चित करने के लिए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करने के बारे में बताया. उन्होंने आश्वस्त किया कि हरियाणा पुलिस संगठित अपराध से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.