चंडीगढ़: सोमवार को चंडीगढ़ नगर निगम की बैठक हुई. जिसमें दो मुद्दों पर सदन में गंभीर चर्चा हुई. इस दौरान कई बार बीजेपी के ही पार्षदों में आपस में खींचतान भी देखने को मिली. इस बैठक में खास तौर पर सांसद किरण खेर भी मौजूद रहीं. पहला मुद्दा था शहर की 90 पार्किंग स्लॉट्स का, जिसको लेकर पार्किंग पॉलिसी फाइनल होनी थी कि कितना रेट तय किया जाए.
10 मिनट के लिए पार्किंग हुई फ्री
इसको लेकर बैठक में खूब हंगामा हुआ. शहर की 90 पार्किंग स्लॉट्स को पेड पार्किंग में तब्दील करने का फैसला हाउस की मीटिंग में ले लिया गया है, जिसमें पार्किंग के लिए घंटों के हिसाब से रेट भी तय कर दिए गए हैं. पहले 10 मिनट के पार्किंग को बिल्कुल फ्री रखा गया है.
उसके बाद पहले चार घंटों के लिए दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग 5 रुपये और चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग 10 रुपये रखी गई है जबकि अगले चार घंटों में ये रेट 10 रुपये और 20 रुपये हो जाएंगे.
बीजेपी पार्षदों का जारी रहा हंगामा
हालांकि ये पार्किंग का मुद्दा ऐसे ही पास नहीं हुआ. सुबह 11 बजे से जैसे ही बैठक शुरू हुई और ढाई बजे तक इस मुद्दे पर चर्चा होती रही. जिसमें कांग्रेस के पार्षद तो चुपचाप दिखाई दिए, लेकिन बीजेपी के ही पार्षद इस पर कई बार आपस में उलझते दिखे और यहां तक कि वो एमपी किरण खेर से भी कई बार उलझ गए.
कांग्रेस ने पार्किंग रेट बढ़ाए जाने का किया विरोध
वहीं कांग्रेस पार्किंग के रेट बढ़ाए जाने को लेकर असहमत नजर आई और इसका विरोध करते हुए उन्होंने निगम की बैठक का बहिष्कार भी किया. कांग्रेस पार्षद देवेंद्र बबला का कहना था कि बीजेपी की एमपी खुद इसके खिलाफ थी और स्मार्ट पार्किंग की बड़ी-बड़ी बातें करती थी लेकिन आज उन्होंने खुद इसे पास करवाया है.
एंटरटेनमेंट टैक्स नहीं हुआ लागू
दूसरा मुद्दा जो बैठक में खूब गूंजा वो था एंटरटेनमेंट टैक्स. जिसे शहरभर के सभी सिनेमाघरों में लगाए जाने के लिए कमिश्नर के.के.यादव इसे सदन में लेकर आए. जिसका सांसद किरण खेर ने सख्त शब्दों में निंदा की और इसे लगाए जाने से आम लोगों और उनके परिवारों पर बोझ डाले जाने की बात कही और इसे रद्द कर दिया गया.
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