चंडीगढ़: भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) को 2022 लॉरियस वर्ल्ड ब्रेकथ्रू ऑफ द ईयर अवार्ड के लिए चुना गया है. वह भारत की तरफ से इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिए नामिनेशन पाने वाले महज तीसरे भारतीय हैं. इस अवार्ड के लिए कुल 6 लोगों को चुना गया है जिनमें नीरज के अलावा अन्य नामांकित व्यक्तियों में एम्मा राडुकानु, डेनियल मेदवेदेव, पेड्री, युलिमार रोजास, एरियन टिटमस शामिल हैं.
नामांकन पाने वाले महज तीसरे भारतीय- इस अवार्ड के लिए नामिनेट होने वाले नीरज भारत के तीसरे खिलाड़ी हैं. भारत के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को इससे पहले इस सम्मान के लिए नामित किया गया था. वहीं साल 2009 में महिला पहलवान विनेश फोगाट को भी नामिनेशन मिला था. भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा इस बात की जानकारी दी गई.
क्या है लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स- लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स हर साल दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है. इसे पूरे साल खेल जगत में असाधारण प्रदर्शन कर उपलब्धियों को हासिल करने वाले खिलाड़ियों और टीमों को सम्मानित दिया जाता है. इस अवार्ड की शुरुआत साल 1999 में लॉरियस स्पोर्ट फॉर गुड फाउंडेशन के संस्थापक डेमलर और रिकेमॉन्ट द्वारा की गई थी.
बता दें कि, नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक-2021 की जेवलिन थ्रो प्रतियोगिता में 87.58 मीटर भाला फेंककर गोल्ड मेडल जीता था. ओलंपिक इतिहास के एथलीट में 121 साल बाद भारत की तरफ से किसी ने गोल्ड मेडल जीता. नीरज चोपड़ा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया था. हाल ही में उन्हें पद्मश्री और परम विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किए जाने का ऐलान किया गया था. नीरज चोपड़ा भारत को भाला फेंक खेल में गोल्ड दिलाने वाले पहले खिलाड़ी हैं. इससे पहले भी उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं. वो एशियन गेम्स में भी भारत को गोल्ड दिला चुके हैं.
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नीरज का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के पानीपत के एक छोटे से गांव खंडार के किसान परिवार में हुआ. उनके पिता सतीश कुमार किसान हैं और उनकी मां सरोज देवी गृहिणी हैं. बचपन में नीरज चोपड़ा का वजन काफी ज्यादा था. चाचा के कहने पर वजन कम करने के लिए नीरज चोपड़ा ने स्टेडियम जाना शुरू किया. वहां कुछ खिलाड़ियों को जेवलिन फेंकते देख नीरज भी जेवलिन फेंकने लगे. इसके बाद नीरज चोपड़ा ने पीछे मुड़कर नहीं दिखा.
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नीरज चोपड़ा को 15 मई 2016 को 4 राजपूताना राइफल्स में डायरेक्ट एंट्री के तहत नायब सूबेदार के रूप में नामांकित किया गया. भारतीय सेना में शामिल होने के बाद, उन्हें मिशन ओलंपिक विंग और आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट, पुणे में ट्रेनिंग के लिए चुना गया. जिसके बाद गोल्डन ब्वॉय के खेल में और निखार आया. सूबेदार नीरज चोपड़ा को खेल में उत्कृष्टता के लिए साल 2018 में अर्जुन पुरस्कार और साल 2020 में विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है.
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