सोनीपत: सांसद रमेश कौशिक ने शुक्रवार को दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल में आयोजित जिला विकास समन्वयन एवं मूल्यांकन समिति की बैठक की अध्यक्षता की. सांसद रमेश कौशिक ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत अधिक कार्य करवाएं. इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत किए जाने वाले कार्यों को भी विस्तार रूप दिया गया है, जिसका लाभ विभागों को उठाना चाहिए.
इस दौरान उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं की गंभीरता से समीक्षा करते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिए. मनरेगा योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2020-2021 में जून महीने तक 53,173 कार्य दिवस सृजिक करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसके तहत 10,496 कार्यदिवस सृजित किए जा चुके हैं.
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते विकास की गति थोड़ी थमी है, जिसे अब तीव्रता प्रदान करनी होगी. मनरेगा के तहत लेबर बढ़ाकर विकास कार्य समयबद्ध तरीके से संपन्न करवाएं. यमुना नदी पर ठोकरें निर्माण का कार्य भी मनरेगा के तहत करवाया जाएं. उन्होंने मनरेगा के लक्ष्य में भी बढ़ोतरी के निर्देश दिए. उन्होंने विशेष रूप से सोनीपत शहर और गन्नौर शहर में पानी की निकासी की समस्या को दूर करने के निर्देश दिए. सांसद रमेश कौशिक ने इस मौके पर बैठक स्थल के निकट लगाए गए स्वयं सहायता समूह के स्टॉल का विशेष रूप से निरीक्षण किया.
गैर-हाजिर अधिकारियों पर जताई नाराजगी
जिला विकास समन्वयन एवं मूल्यांकन समिति की बैठक में कुछ विभागीय अधिकारियों के गैर-हाजिर रहने पर सासंद रमेश कौशिक ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. उन्होंने निर्देश दिए कि अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि समिति की बैठक में सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों का अनिवार्य रूप से आना सुनिश्चित किया जाए.
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