चंडीगढ़: शहर में मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने नशे के खात्में को लेकर बैठक की. युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए राज्य-सर्वेक्षण करवाने के निर्देश दिए हैं.
युवाओं को नशा मुक्त बनाने के लिए बैठक
आपको बता दें कि यह बैठक मादक पदार्थों के अवैध उत्पादन की रोकथाम के लिए की गई थी. बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों और कॉलेजों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश तैयार करने एवं अध्यापकों को भी इस प्रणाली का हिस्सा बनाकर उनकी भी ट्रेनिंग करवाने की बात कही गई है.
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ये है तीन मुख्य बिंदू
यह सर्वेक्षण मुख्यत: तीन बिन्दुओं पर आधारित होगा जिसमें आपूर्ति कम करना, प्रबंधन एवं पुर्नवास और मांग में कमी करना शामिल है. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि एक केंद्रीय मैनेजमेंट इन्फ्रॉमेशन सिस्टम बनाया जाए, जिस पर पुलिस, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा शिक्षा विभाग नशे से संबंधित सभी जानकारियां इस पोर्टल पर डाली जाएं ताकि राज्य को वास्तविक रणनीति तैयार करने और लागू करने में आसानी हो सके.
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नशे संबंधित चलाई जाएगा जागरुकता अभियान
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को बचाने के लिए कक्षा 6 से स्नातक स्तर तक के विद्यार्थियों को जागरूक करने पर जोर दिया जाए. नशे से संबंधित युवाओं को जागरुक करने के लिए सरकारी संस्थाओं के सहयोग कई कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे.