चंडीगढ़: प्यार किसी जाति, धर्म, रंग या ऊंच-नीच देख कर नहीं होता है, लेकिन आज भी ऐसे प्रेमी जोड़े (Love Couples) को समाज में सहजता से स्वीकार नहीं किया जाता है. बहुत से प्रेमी जोड़ों को शादी करने में काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है, लेकिन पंचकूला के माता मनसा देवी मंदिर (Mata Mansa Devi Mandir) के पंडित राकेश शर्मा ऐसे प्रेमी जोड़ों का सहारा बन कर सामने आए हैं.
जो जोड़े प्रेम विवाह (Love Marriage) कर लेते हैं और घरवाले उनके इस फैसले के खिलाफ होते हैं. तो उस जोड़े को पुलिस के सामने अपनी सुरक्षा की गुहार भी लगानी पड़ती है, लेकिन ज्यादातर मामलों में कानूनी पेंच फंस जाते हैं और वो शादी वैध नहीं मानी जाती, ऐसे में प्रेमी जोड़ों की मुश्किलें और बढ़ जाती है, ऐसे में पंड़ित राकेश शर्मा इन जोड़ों के लिए देवदूत समान हैं.
दूर-दूर से शादी करने आते हैं लव कपल्स
पंडित राकेश शर्मा ना सिर्फ ट्राइसिटी बल्कि पूरे हरियाणा, पंजाब और कई दूसरे राज्यों से भी प्रेमी जोड़े इनके पास शादी करवाने के लिए आते हैं, इसकी वजह ये है कि पंडित जी हिंदू रिती रिवाज से शादी करवाने के साथ सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट भी देते हैं.
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ईटीवी भारत हरियाणा की टीम पंडित राकेश शर्मा से बातचीत करने पंचकूला के माता मनसा देवी मंदिर पहुंची. हमारी टीम ने पंडित राकेश शर्मा से ऐसी शादियों के बारे में बारीकी से जानकारी ली. पं. राकेश ने बताया उनका ट्रस्ट सरकार से रजिस्टर्ड है. उनके द्वारा जारी किया गया सर्टिफिकेट कोर्ट में भी मान्य होता है. इसलिए उनके यहां करवाई गई शादी कोर्ट में अवैध घोषित नहीं होती.
कैसे की जाती है कागजी कार्रवाई?
पंडित राकेश ने बताया कि जब भी उनके पास कोई प्रेमी जोड़ा आता है. सबसे पहले तो वे उनका आधार कार्ड चेक करते हैं. आधार कार्ड को देख कर ही नहीं, बल्कि उसे ऑनलाइन चेक किया जाता है कि कहीं आधार कार्ड नकली तो नहीं बनाया गया. आधार कार्ड में विशेष रूप से युवक और युवती की आयु भी देखी जाती है.
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शादी के लिए प्रेमी जोड़ों को अपने साथ दो चश्मदीदों की भी जरूरत होती है. चश्मदीदों के आधार कार्ड भी चेक किए जाते हैं. शादी करवाने आए युवक और युवती की मानसिक दशा और शादी करने के लिए मंजूरी पूछी जाती है. यहां जोड़ों का गोत्र भी पता किया जाता है. सभी जानकारियों को रजिस्टर पर रिकॉर्ड किया जाता है. पूरी पूछताछ के बाद सरकार द्वारा जारी शादी फार्म भरा जाता है और शादी करवा दी जाती है. शादी के बाद में प्रेमी जोड़े के लिए शादी का सर्टिफिकेट भी जारी करते हैं.
'गरीब परिवार यहां अरेंज मैरिज भी करवाने आते हैं'
पंडित राकेश शर्मा ने कहा कि मनसा देवी मंदिर में हर रोज कई शादियां होती हैं. यहां पर प्रेम विवाह के अलावा अरेंज मैरिज (परिवार की मर्जी से शादी) भी होती है, जिसमें बहुत से गरीब परिवार यहां आकर अपने बच्चों की शादी करवाते हैं. जिससे उनका शादी का सारा खर्चा बच जाता है. यहां तक की शादी में शामिल होने वाले लोगों के लिए मंदिर के भंडारे में खाने की व्यवस्था भी की जाती है.
क्या शादी के बाद परिजन आपत्ति जताने आते हैं?
पंडित राकेश बताते हैं कि शादी करवा चुके के परिजन भी उनके पास आकर विरोध करते हैं, लेकिन वे उन्हें कहते हैं कि उनके द्वारा शादी कानूनी तरीके से करवाई गई है. जिसमें कुछ भी गलत नहीं है. ज्यादातर परिजन इस बात को समझ लेते हैं. वहीं पुलिस भी प्रेमी जोड़ों का साथ देती है, इसलिए परिजनों को कानून, पुलिस प्रशासन की बात को मान लेते हैं और प्रेमी जोड़ों को स्वीकार कर लेते हैं.
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